गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के पद को लेकर हो रहे चुनाव में बड़ी संख्या में बागियों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है। इससे पहले पार्टी ने विधायक रूचिवीरा को निष्कासित कर दिया था। पार्टी द्वारा लगातार बागियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। पार्टी विरोधी गतिवधियों के कारण मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दो करीबियों पर भी कार्रवाई हुई थी लेकिन बाद में उनका निष्कासन समाप्त कर दिया गया।
जिला पंचायत चुनाव के बाद ब्लॉक प्रमुख के पद के लिए भी चुनाव होना है। माना जा रहा है कि बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी के नेताओं के रिश्तेदार इस चुनाव में भी भाग लेंगे। इस कार्रवाई के कारण पार्टी में हड़कंप मच गया है। सूत्र बता रहे हैं कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते कई और विधायकों पर गाज गिर सकती है। मुख्यमंत्री और प्रदेश सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पहले ही इशारा कर चुके हैं कि जिला पंचायत और ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के लिए पार्टी विरोधी गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।