शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता आदित्य ठाकरे ने शनिवार को कहा कि किसी समय ‘धरती पुत्र’ के तौर पर अपनी आक्रामक राजनीति के लिए जानी जाने वाली उनकी पार्टी में बड़ा बदलाव आया है।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने अपने पिता उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले धड़े द्वारा आयोजित रोजगार मेले में कहा, धरती पुत्रों के अधिकारों के लिए आंदोलन करने वाली शिवसेना में बड़ा बदलाव आया है... अब हम धरती पुत्रों, खासकर युवाओं की समस्याओं, के समाधान के लिए रोजगार मेले आयोजित करते हैं।
वरली से विधायक आदित्य (32) ने कहा कि एक नयी एवं मजबूत शिवसेना का निर्माण हो रहा है, क्योंकि युवा इसके साथ जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली बालासाहेबांची शिवसेना की गठबंधन सरकार ने महाराष्ट्र के लिए कुछ नहीं किया और इसने केवल लोगों को बांटने का काम किया है।
आदित्य ठाकरे ने दावा किया कि गद्दारों की सरकार आगामी दो महीने में गिर जाएगी। उन्होंने कहा, जिन्होंने हमें छोड़ा, वे गद्दार हैं और जो हमारे साथ बने रहे, वे असली शिव सैनिक हैं। शिंदे की बगावत के कारण जून 2022 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी सरकार गिर गई थी। इसके बाद शिंदे ने भाजपा के साथ गठबंधन करके सरकार का गठन किया था।
उन्होंने कहा कि राज्य से बाहर जा रहे उद्योगों और बढ़ती बेरोजगारी पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय सरकार राजनीतिक हिसाब चुकता करने में लगी है। विपक्ष ने मेगा औद्योगिक परियोजनाएं ‘वेदांता-फॉक्सकॉन’ और ‘टाटा-एयरबस’ पिछले साल महाराष्ट्र के बजाय गुजरात को मिलने पर शिंदे सरकार की आलोचना की थी। आदित्य ठाकरे ने कहा कि विधानमंडल के दो सत्रों के बाद भी शिंदे मंत्रिमंडल में एक भी महिला को शामिल नहीं किया गया है।