महाराष्ट्र की राजनीति में आए सियासी भूचाल के बाद एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि दो दिन पहले पीएम ने कहा था कि एनसीपी एक ख़त्म हो चुकी पार्टी है और दूसरी उन्होंने सिंचाई विभाग में भ्रष्टाचार के आरोपों का ज़िक्र किया था। मुझे खुशी है कि मेरे कुछ साथियों ने शपथ ली है। उनके सरकार में शामिल होने से यह स्पष्ट है कि वे सभी आरोपों से मुक्त हो गए हैं।
शरद पवार ने कहा, ''हम पार्टी को फिर से मजबूत करने के लिए काम करेंगे। बागी नेताओं के खिलाफ किसी भी कार्रवाई पर फै़सला लेने के लिए विधायक और सभी वरिष्ठ नेता एक साथ बैठेंगे। अध्यक्ष होने के नाते मैंने प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को अहम पदों पर नियुक्त किया था लेकिन उन्होंने अपनी ज़िम्मेदारियों का पालन नहीं किया। इसलिए, मुझे उनके खिलाफ कुछ कार्रवाई करनी होगी। उन्होंने कहा कि पार्टी के कुछ नेता प्रवर्तन निदेशालय की जांच से घबरा गए थे और उन्होंने अजित पवार, छगन भुजबल, दिलीप वाल्से-पाटिल, हसन मुश्रीफ का नाम लिया।
उन्होंने कहा कि बागियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई होगी, फिर से पार्टी खड़ी करके दिखाऊंगा। मुझे इस बात की चिंता नहीं है कि लोग चले गए, लेकिन मुझे उनके भविष्य की चिंता है। जिन लोगों ने पार्टी लाइन का उल्लंघन कर शपथ ली, उन पर फैसला लेना होगा। हम एनसीपी का नाम लेकर किसी के कुछ कहने पर नहीं लड़ेंगे; हम लोगों के पास जाएंगे। मेरा प्रयास रहेगा कि मैं राज्य और देश के भीतर जितना संभव हो सके यात्रा करूं और लोगों के साथ संबंध बनाऊं। मुझे महाराष्ट्र के लोगों, खासकर युवाओं पर भरोसा है।