चतरा के पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं को झामुमो ने अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधि को लेकर बाहर का रास्ता क्या दिखाया झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की बहू और तीन टर्म से झामुमो विधायक सीता सोरेन आपे से बाहर हो गईं। समय-समय पर अपनी ही सरकार की आलोचना कर फुलझड़ी छोड़ने वाली सीता सोरेन ने दीपावली के पहले धमाका कर दिया। सीरीयल ट्वीटर बम फोड़ अपनी ही हेमन्त सरकार को झकझोरा। लिखा, लगता है पार्टी दलालों और बेईमानों के हाथ चली गई है। ... पार्टी गुटों में बटती नजर आयेगी। मौके की तलाश में रहने वाली भाजपा ने भी इसका फायदा उठाया। कहा कि वर्तमान सरकार में दलाली और भ्रष्टाचार चरम पर है, अब झामुमो के लोग भी कहने लगे हैं।
चतरा जिला के 11 और धनबाद के एक पार्टी कार्यकर्ता को निकाले जाने के आदेश की प्रति (दोनों पत्र पार्टी महासचिव विनोद पांडेय के हस्ताक्षर से जारी है) संलग्न करते हुए ट्वीट किया कि ''मुक्त करो मुझे शैतानों से सोये क्यूं हो अब तक, रो-रो कर कहती धरती माता, दो हर दिल पर दस्तक'' जिस जल, जंगल और जमीन को बचाने के लिए झारखंड का निर्माण किया गया था वो झारखंड अब खुद को बचाने की पुकार कर रही है। शिबू सोरेन जी आपके और स्व. दुर्गा सोरेन जी (शिबू सोरेन के बड़े पुत्र और सीता सोरेन के पति) के खून-पसीने से खड़ी की गई पार्टी वर्तमान में दलालों और बेईमानों के हाथों में चली गई है ऐसा प्रतीत हो रहा है। स्थिति अगर यही रही तो पार्टी कई गुटों में बटती नजर आयेगी। दलालों और बेईमानों से पार्टी को बचाना अब सिर्फ आपके हाथों में है। जिस उम्मीद और आशा के साथ पार्टी की नींव रखी गई थी उसे सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी सिर्फ आपके हाथों में है और किसी में नहीं। पार्टी तोड़ने की कोशिश करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करें आप न कि कोई और।
पुराना है चतरा का विवाद
चतरा का विवाद और पार्टी महासचिव विनोद पांडेय से उनकी तल्खी पुरानी है। पिछले वर्ष 2020 में दुर्गा सोरेन की 52 वीं जयंती पर जब दुर्गा सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही थी सीता सोरेन झामुमो सुप्रीमो और अपने ससुर को पत्र लिखकर पीड़ा जहिर कर रही थीं। झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन के नाम पत्र में उन्होंने लिखा कि पार्टी महासचिव विनोद पांडेय द्वारा मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही है। मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलती हूं तो पार्टी कार्यकर्ता को निष्कासित कर दिया जाता है। पार्टी आदरणीय गुरू जी एवं मेरे पति स्व. दुर्गा सोरेन जी के खून-पसीने से सींची हुई है। पार्टी के चंद लोग पार्टी को जेबी संस्था बनाने पर काम कर रहे हैं। कुछ दिन पूर्व पार्टी महासचिव एवं विधायक होने के दायित्व निर्वहन करते हुए चतरा स्थित अम्रपाल परियोजना के विस्थापित आंदोलनकारियों के निमंत्रण पर सीसीएल के खिलाफ बैठक में शामिल होने के लिए चतरा गई थी। उस दरम्यान विनोद पांडेय के उकसावे में वहां के जिलाध्यक्ष पंकज कुमार प्रजापति द्वारा पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को मुझसे मुलाकात नहीं करने का फरमान सुनाया गया था। जो भी कार्यकर्ता मुझसे मिला सभी को साजिशन, आरोप लगाते हुए विनोद पांडेय के आदेश पर जिलाध्यक्ष द्वारा निष्कासित कर दिया गया। जो बेहद अनुचित है, मेरे खिलाफ भी। मैं भी पार्टी केंद्रीय महासचिव होने के नाते आदरणीय, पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष बाबा शिबू सोरेन जी से आग्रह करती हूं कि इस मामले को संज्ञान में लें। बहरहाल शिबू सोरेन पर पत्र का क्या असर पड़ा यह तो सामने नहीं आया मगर एक साल बाद अंतत: चतरा से 11 कार्यकर्ता बाहर कर दिये गये।
इसी पखवाड़ा हेमन्त सोरेन की दो भतीजी यानी बड़े भाई स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की बेटी राजश्री सोरेन और जयश्री सोरेन ने अलग मोर्चा खोल दिया। राज्य की जनता का कल्याण और अपने पिता दुर्गा सोरेन के सपनों को साकार करने का मकसद बता दुर्गा सोरेन सेना (डीएसएस) का गठन किया। दुमका, रामगढ़, चतरा, बोकारो, धनबाद में इसकी बैठ हुई-कार्यक्रम हुआ। इसमें सीता सोरेन फ्रंट पर नहीं दिखीं मगर रीट्वीट जरूर करती रहीं। सीता सोरेन के पति दुर्गा सोरेन का 39 साल की उम्र में 2009 में असामयिक निधन हो गया था। वे ही शिबू सोरेन के असली उत्तराधिकारी समझे जाते थे। मगर दुर्गा सोरेन के जाने के बाद हेमन्त सोरेन की पूरी कुशलता के साथ उत्तराधिकार संभाल लिया।
जानकार मानते हैं कि सरकार और पार्टी में हिस्सेदारी को लेकर सीता सोरेन को चिंता सताती रहती है। अब बच्चों के भी राजनीतिक भविष्य की बात है। चिंता इस बात की भी कि शिबू सोरेन के बाद क्या होगा। सरकार की तारीफ के साथ सरकार के काम-काज को लेकर तीखी आलोचना प्रकारांतर से समानांतर व्यवस्था चलाती रहती हैं। मगर पूरे प्रकरण पर हेमन्त सोरेन अब तक खामोश दिखे हैं। मगर सीता सोरेन 'मोर्चा' की बढ़ती आक्रामकता को देखते हुए लगता नहीं है कि ज्यादा दिन यह खामोशी रह पायेगी।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झामुमो की वरिष्ठ विधायक और गुरूजी की पुत्रवधू सीता सोरेन के द्वारा ट्वीट कर अपनी पार्टी के वर्तमान नेतृत्व को दलाल और बेईमान बताने को सच को स्वीकारने की हिम्मत करने वाली घटना बताया है। भाजपा लंबे समय से कह रही थी कि वर्तमान सरकार में दलाली और भ्रष्टाचार चरम पर है। आज सत्ताधारी दल के वरिष्ठ विधायक ने इस बात पर मुहर लगा दी है।