किसानों के भारत बंद का असर पूरे देश में देखने को मिला। इसमें राजनीतिक पार्टियों ने भी हिस्सा लिया और किसानों का समर्थन करते हुए केंद्र के खिलाफ नारेबाजी की। इसका असर बिहार में भी देखने को मिला। पटना सरीखे अन्य क्षेत्रों में राजनीतिक कार्यकर्ता प्रदर्शन करते नजर आएं। कहीं रेल को रोका गया तो कहीं जमकर नारेबाजी की गई। कुल मिलाकर इसका व्यापक असर देखने को मिला है। इस बीच अब इस बात की चर्चा जोरों पर है कि किसानों को लेकर हुंकार भरने वाले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव इन प्रदर्शनों के बीच नदारद रहें। उनका कोई अता-पता नहीं रहा।
वहीं, पटना में जेएपी सुप्रीमो पप्पू यादव, कांग्रेस के कई नेता और वामदल के भी कई नेताओं ने सड़क पर उतरकर केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन किया और भारत बंद का समर्थन किया।
अब सोशल मीडिया पर भी कई लोग इस बात को लेकर चुटकी ले रहे हैं। कुछ दिन पहले तेजस्वी यादव ने कहा था कि किसानों के लिए अगर सरकार मुझे फांसी पर लटका देगी तो मंजूर होगा। लेकिन, आज के प्रदर्शन में वो कहीं नहीं दिखें।
इससे पहले तेजस्वी गांधी मैदान में किसानों के समर्थन में प्रदर्शन करते नजर आए थे जिसके बाद उन पर महामारी एक्ट का हवाला देते हुए एफआईआर दर्ज की गई थी। लेकिन, आज की गैर-मौजूदगी ने तेजस्वी के विरोधियों को सवाल उठाने का मौका दे दिया है।