बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने आज कहा कि प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव मधुबनी जिले के महमदपुर की घटना के पीड़ित परिवारों को सहयोग करने के इरादे से नहीं बल्कि अपने लिए नारे लगवाने तथा उनसे मालाएं पहनने के लिए गए थे।
जदयू के प्रदेश प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार और मुख्य प्रवक्ता एवं विधान पार्षद संजय सिंह ने आज यहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रतिपक्ष के नेता श्री यादव महमदपुर पीड़ित परिवारों की सहायता के लिए नहीं बल्कि अपने लिए नारेबाजी कराने तथा उनसे मालाएं पहनने के लिए ही गए थे। उन्होंने कहा कि यह बेहद ही शर्म की बात है।
नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव के महमदपुर दौरे की राजनीतिक यात्रा बताया और कहा कि वह पीड़ित परिवार को उनकी औकात बताना चाह रहे थे। उनके ट्वीट से यह साबित होता है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि जिस ने वोट नहीं दिया उसका भी ख्याल रखते हैं। दरअसल श्री यादव यह बताना चाहते हैं कि पीड़ित परिवार ने चुनाव में वोट नहीं दिया था।
वहीं, मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि श्री लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में 118 नरसंहार की घटनाएं हुई थी और उस समय मुख्यमंत्री आवास से ही अपराधियों को संरक्षण मिला करता था। प्रतिपक्ष के नेता को यह बताना चाहिए कि इन नरसंहारों में कितने लोगों को न्याय मिल सका है। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार में अपराधी कोई भी हो उसे पताल से भी खोज कर निकाला जाता है।