राजधानी दिल्ली में बढ़ते जल संकट के बीच आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने दावा किया कि हरियाणा ने मानवीय आधार पर राष्ट्रीय राजधानी को अतिरिक्त पानी देने में असमर्थता जताई है।
बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में पानी की गंभीर कमी को दूर करने के प्रयास में दिल्ली सरकार के अधिकारियों का एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल हरियाणा सरकार के प्रधान सचिव (जल संसाधन) से मिला था।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ‘आप’ सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार ने मंगलवार को डेटा जारी किया, जिसमें दिखाया गया कि उसने दिल्ली को 17 प्रतिशत से अधिक अतिरिक्त पानी दिया है और दावा किया कि जल मंत्री आतिशी शहर में पानी की कमी के मुद्दे को हल करने में अपनी खुद की कमियों को छिपाने के लिए पड़ोसी राज्य पर आरोप लगा रही हैं।
दिल्ली सरकार के एक बयान में कहा गया है कि उसके प्रतिनिधिमंडल ने चंडीगढ़ में हरियाणा के प्रधान सचिव (जल संसाधन) के साथ बैठक में मानवीय आधार पर अतिरिक्त जलापूर्ति का अनुरोध किया। इसमें कहा गया है, ‘हरियाणा सरकार ने मानवीय आधार पर दिल्ली के लिए अतिरिक्त जलापूर्ति करने में असमर्थता व्यक्त की है।’
गौरतलब है कि 15 जून को दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने मानवीय आधार पर हरियाणा से दिल्ली को कुछ अतिरिक्त पानी देने का अनुरोध किया था। ऊपरी यमुना नदी बोर्ड ने दिल्ली और हरियाणा को द्विपक्षीय बैठक आयोजित करने और इस बात पर विचार करने की सलाह दी थी कि क्या हरियाणा दिल्ली को कुछ अतिरिक्त पानी दे सकता है।
मंगलवार को एक प्रतिनिधिमंडल में दिल्ली सरकार के तीन वरिष्ठ स्तर के अधिकारी शामिल थे, जिसमें अतिरिक्त मुख्य सचिव मनीष गुप्ता व डीजेबी के सीईओ ए. अनबरासु, और एक अन्य अधिकारी भी शामिल थे। वहीं हरियाणा सरकार के प्रधान सचिव (जल संसाधन) के साथ उच्च स्तरीय विचार-विमर्श के बाद अधिकारी दिल्ली लौट आए।