महाराष्ट्र में सियासी उठापटक जारी है। शिवसेना के कद्दावर नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना में टूट का खतरा बढ़ गया है। साथ ही सीएम उद्धव ठाकरे की कुर्सी पर भी संकट गहरा गया है। सीएम उद्धव के लाइव संबोधन के कुछ देर बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हैं और रहेंगे।
मीडिया से बातचीत के दौरान शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हैं और रहेंगे। फ्लॉर ऑफ द हाउस पर अगर मौका मिला तो हम बहुमत साबित करके दिखाएंगे।
#WATCH Uddhav Thackeray will remain the Chief Minister of Maharashtra, says Shiv Sena leader Sanjay Raut in Mumbai.#Maharashtra pic.twitter.com/WgcIIacVgx
— ANI (@ANI) June 22, 2022
शिवसेना सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के लाइव संबोधन के बाद 'संघर्ष' का संदेश ट्वीट किया। इससे पहले दिन में राउत ने राज्य विधानसभा भंग करने का संकेत दिया था। लेकिन जब शिवसेना विधायक नितिन देशमुख ने अपना समर्थन देने का वादा किया और दावा किया कि उनका अपहरण कर लिया गया है, तो कुछ ही घंटों में स्थिति ने नाटकीय मोड़ ले लिया है।
होय
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) June 22, 2022
संघर्ष करणार!! pic.twitter.com/zmsE0CQDL9
दरअसल, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज शाम को महाराष्ट्र की जनता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा देने की पेशकश करते हुए एकनाथ शिंदे को ऑफर देते हुए कहा कि अगर एकनाथ शिंदे आकर बोल दें तो मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार हूं।
वहीं, सीएम के इस बयान पर अब एकनाथ शिंदे की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। उन्होंने चार बिंदुओं में अपनी बात रखते हुए कहा कि पिछले ढाई वर्षों में, एमवीए सरकार ने केवल घटक दलों को फायदा पहुंचाया और शिवसैनिकों को भारी नुकसान हुआ।, घटक दल मजबूत हो रहे हैं, शिवसेना का व्यवस्थित रूप से गबन किया जा रहा है। पार्टी और शिवसैनिकों के अस्तित्व के लिए अस्वाभाविक मोर्चे से बाहर निकलना जरूरी है। महाराष्ट्र के हित में अब निर्णय लेने की जरूरत है।
बता दें कि राज्य में जारी इस सियासी घमासान के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात भी की है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव में कहा कि अगर शिवसैनिक मुझसे नाराज हैं तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं। अगर मैंने विधायकों का विश्वास खो दिया है तो मैं इस कुर्सी के लायक नहीं हूं। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि मैं शिवसेना के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा देने को तैयार हूं। उन्होंने कहा कि मुझे सत्ता का मोह नहीं है।