मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सैफई महोत्सव के उद्घाटन में नहीं पहुंचने के बारे में आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है। लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि चूंकि अखिलेश पार्टीूु के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं इसलिए हो सकता है कि वे उनके करीबी समझे जाने वाले दो युवा नेताओं सुनील यादव उर्फ साजन तथा आनंद भदौरिया के निष्कासन से अपसेट या रूष्ट हों।
साजन सपा छात्रा सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे जबकि भदौरिया लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। एटा से पार्टी विधायक रामेश्वर यादव के बेटे सुबोध यादव को भी शनिवार को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण दल से निकाल दिया गया है। अठारह साल पहले शुरू हुआ सैफई महोत्सव प्रदेश में सत्तारूढ यादव परिवार का पारिवारिक जलसा माना जाता रहा है जिसके उद्घाटन समारोह में परिवार के सभी सदस्य उपस्थित रहते हैं। पिछली बार मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपनी सांसद पत्नी डिंपल और बच्चों के साथ उद्घाटन समारोह में मौजूद थे।
यह समारोह 11 जनवरी तक चलेगा जिसमें पाकिस्तानी गायक राहत फतेह अली खां, गजल गायिका पिनाज मसानी और बाॅलीवुड के कई कलाकार कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल और चचेरे भाई रामगोपाल की मौजूदगी में कल समारोह का उद्घाटन किया गया था। रामगोपाल ने दीप प्रज्ज्वलित किया और हवन किया। इस मौके पर सपा मुखिया ने केंद्र में सत्तारूढ मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, चुनाव से पहले भाजपा ने वादा किया था कि वह सत्ता आई तो विदेशी बैंकों में जमा देश का कालाधन वापस लाया जाएगा और हर व्यक्ति के खाते में 15-15 लाख जमा किए जाएंगे। पैसा तो नहीं आया उल्टे सरकारी खजाना भी खाली पड़ा है। एेसे में विकास कैसे होगा।