आम आदमी पार्टी (आप) सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने सोमवार को आरोप लगाया कि जुल्म और ज्यादती के खिलाफ आवाज उठाने पर योगी सरकार तानाशाही और गुंडागर्दी के बदौलत आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है।सिंह ने सोमवार को दिव्यांग पार्टी कार्यकर्ता विनोद कुमार और मेहमूद से उनके घर जा कर मुलाक़ात की और भरोसा भी दिलाया कि पार्टी प्रदेश की आम जनता के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं के मान, सम्मान और न्याय के लिए संघर्ष करती रहेगी।
उन्होंने कहा कि गाजियाबाद में बाल्मिक समाज ने जब हाथरस काण्ड में योगी सरकार के रवैये से हताश हो हिन्दू धर्म छोड़ बौद्ध धर्म को अपना लिया तो आप के एससी/एसटी विंग ने इस मामले को लेकर सत्ता पक्ष के खिलाफ लखनऊ में प्रदर्शन किया। विनोद कुमार उस प्रदर्शन में शामिल थे। उसी रात को पुलिस ने उनको उनके घर से जबरन उठा लिया| उनके भाइयो को भी नहीं बक्शा गया उन्हें भी थाने ले जाया गया|
संजय सिंह ने कहा कि गिरफ्तारी की खबर सुन कर उन्होंने थानाध्यक्ष से लेकर पुलिस के तामाम आला अधिकारियो से बात कर गिरफ्तारी का कारण जानने की कोशिश की पर कहीं से कोई जवाब नहीं आया। तब उन्होंने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में इस मामले को लेकर एक लिखित शिकायत दर्ज कराई।
सांसद ने प्रताड़ित कार्यकर्ता को भरोसा दिया है कि मामले में पुलिस महानिदेशक, लखनऊ के पुलिस कमिश्नर, थाना प्रभारी और अन्य संबंधित के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि जुल्म और ज्यादती के खिलाफ आवाज उठाने पर योगी सरकार तानाशाही और गुंडागर्दी के बदौलत आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि जुल्म और गुंडागर्दी के बदौलत दलित, बाल्मीकि समाज और आम आदमी पार्टी की आवाज को नहीं रोक सकते।