लोकसभा चुनाव में पहले दो चरण की वोटिंग हो चुकी है। पांच चरण अभी बाकी हैं और आरक्षण का मुद्दा गरमाया हुआ है। विपक्षी दल भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगा रहे हैं कि एनडीए सरकार बनने के बाद आरक्षण खत्म हो जाएगा। वहीं, भाजपाइयों का कहना है कि विपक्ष एसएसी, एसटी और ओबीसी से उनके अधिकार छीनना चाहता है। इस बीच आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण का समर्थन किया है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि संघ परिवार ने कभी भी कुछ समूहों को दिए गए आरक्षण का विरोध नहीं किया।
एक शैक्षणिक संस्थान में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि संघ की राय है कि जब तक जरूरत हो तब तक आरक्षण बढ़ाया जाना चाहिए। भागवत का यह कथन आरक्षण को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच चल रहे वाकयुद्ध के मद्देनजर आया है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख भागवत ने पिछले साल नागपुर में कहा था कि जब तक समाज में भेदभाव है तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए। उन्होंने कहा था, भेदभाव अदृश्य होते हुए भी समाज में मौजूद है।