2024 लोकसभा चुनाव के दौरान बने 'इंडिया अलायंस' में दरारें और चौड़ी हो रही हैं। आम आदमी पार्टी ने फिर दोहराया है कि यह गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनावों के लिए था। इससे पहले 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी और अकेले दम पर मैदान में उतरेगी।
'आप' नेता संजय सिंह ने कहा, "हमने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है कि इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव तक था। जहां तक संसद की बात है, हम हमेशा सरकार की सभी गलत नीतियों का विरोध करते रहे हैं... हमने आधिकारिक तौर पर कहा कि आम आदमी पार्टी आज की तारीख में इंडिया गठबंधन के साथ नहीं है। हमारा गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए था..."
इससे पहले हाल ही में संपन्न गुजरात विधानसभा उपचुनाव में 'आप' को एक सीट पर जीत मिली थी। जीत के बाद केजरीवाल ने कहा था कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन केंद्र में बीजेपी को सत्ता हासिल करने से रोकने के लिए बना था। विधानसभा में इस गठबंधन का कोई तुक नहीं है। उन्होंने कांग्रेस पर जोरदार हमला किया और कहा कि यहां कांग्रेस को वोट देना मतलब भाजपा को वोट देना है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान भी इंडिया गठबंधन में खींचतान देखने को मिली थी। राजनीतिक पंडित यह कयास लगा रहे थे कि अगर गठबंधन को चुनाव में जीत नहीं मिली तो यह बिखर जाएगा। हुआ भी बिल्कुल वैसे ही। 'आप' ही नहीं, तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के बीच भी खींचतान चल रही है। अक्सर, ममता बनर्जी कांग्रेस नेतृत्व को आड़े हाथों लेती रही हैं।
आने वाले समय में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस के लिए यह चुनाव काफी अहम है। बिहार में वह आरजेडी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। हालांकि, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत की स्ट्राइक रेट काफी कम थी। ऐसे में पार्टी को विधानसभा चुनाव में कितनी सीटें मिलेंगी, यह देखना दिलचस्प होगा। राज्य में पार्टी आरजेडी की 'जूनियर' जैसी है। हालांकि, राहुल गांधी बिहार में ताबड़तोड़ रैलियां कर इस छवि को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।