महाराष्ट्र के पालघर विधानसभा क्षेत्र से शिवसेना के विधायक श्रीनिवास वनगा दो दिन तक ‘लापता’ रहने के बाद घर लौट आए हैं।
इससे पहले परिवार के सदस्यों ने कहा था कि वह विधानसभा चुनाव में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना से टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं। सोमवार शाम से उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा था। वनगा के परिवार ने पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी थी।
बुधवार को लौटने के बाद वनगा ने कहा, “मुझे आराम की जरूरत थी, लिहाजा मैंने कुछ दिन घर वालों और अन्य लोगों से दूर रहने का फैसला किया।”
वनगा ने सोमवार को पत्रकारों से कहा था कि उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनकी पार्टी का साथ देकर बहुत बड़ी गलती की है।
भाजपा के दिवंगत सांसद चिंतामन वनगा के बेटे श्रीनिवास वनगा ने 2019 के चुनाव में पालघर (सुरक्षित) सीट से अविभाजित शिवसेना के उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की थी।
शिवसेना के विभाजन के बाद उन्होंने शिंदे का समर्थन किया था। उन्हें उम्मीद थी की पार्टी की तरफ से उन्हें इस बार भी उम्मीदवार बनाया जाएगा। हालांकि पार्टी ने पूर्व सांसद राजेंद्र गावित को उम्मीदवार बनाया है, जो जून 2022 में अविभाजित शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे के खिलाफ हुई बगावत में शिंदे के साथ थे।