रूस और अमेरिका गठजोड़ की ओर इशारा करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने विदेश मंत्रालय पर निशाना साधा है। स्वामी का कहना है कि वैश्विक स्तर पर रूस और अमेरिका एक दूसरे के निकट आ रहे हैं। ऐसा होने में चीन का बहुत बड़ा योगदान है। उनका कहना है कि इस तरह का गठबंधन भारत की सेहत के लिए मुफीद नहीं है। ऐसा होता है तो भारत का अलग-थलग पड़ जाएगा।
बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि औपचारिक तौर पर इसकी घोषणा जल्दी होने वाली है। उनका कहना है कि सबसे अधिक असहज करने वाली बात ये है कि चीन परोक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर इस गठजोड़ के पीछे खड़ा है। उनका मानना है कि इससे भारत की स्थिति खराब होगी।
हालांकि उन्होंने ये बात गंभीर लहजे में कही, लेकिन इसके तुरंत बाद तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय से पूछो तो गुगली सरीखा ऐसा जवाब वहां से मिलेगा कि आप आत्मसंतुष्टि की मुद्रा में आ जाएंगे।
बता दें कि स्वामी बीजेपी के ऐसे नेता हैं जो समय समय पर मोदी सरकार पर तंज कसते रहते हैं। सुब्रमण्यम स्वामी ने गुरुवार को किए अपने ट्वीट में लिखा था, '2016 के बाद से अब तक किसी ने भी देश की गिरती अर्थव्यवस्था की जिम्मेदारी नहीं ली है। ना ही किसी ने 1993 में एलएसी को लेकर हुए समझौते का उल्लंघन होने से रोकने, भारतीय क्षेत्र की जमीन को चीन द्वारा घेरे जाने से रोक पाने में नाकाम रहने की जिम्मेदारी ली है।' इतना ही नहीं सुब्रमण्यम स्वामी ने कोरोना की दूसरी लहर को लेकर भी मोदी सरकार को घेरा है। उन्होंने लिखा, 'न ही किसी ने कोरोना के दूसरे वैरिएंट से निपटने के लिए बचाव की योजना न तैयार कर पाने की जिम्मेदारी ली है?'