भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘‘जो पाएगा, वो मरेगा’’ वाले बयान को राजनीतिक बताकर उनकी आलोचना की। मोदी ने तंज कसते हुए कहा कि देश में करोड़ों लोग शराब पीते हैं, क्या उन सभी को मर जाना चाहिए?
मोदी ने से कहा कि कुमार ने पहले भी कहा था कि जो लोग शराब पीते हैं वे महापापी हैं और वे भारतीय नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि बिहार में जहां शराबबंदी है, वहां जहरीली शराब के सेवन से लोगों की मौत हो रही है, ऐसे में मुख्यमंत्री द्वारा इस तरह की टिप्पणी करना अनुचित है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कुमार की टिप्पणियों का हवाला देते हुए कहा कि अगर लोग उन्हें वोट देते हैं, तो वे मर जाएंगे क्योंकि उनके सामने यह उदाहरण है।
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में शराब का अवैध कारोबार एक "समानांतर अर्थव्यवस्था" बन गया है और आरोप लगाया कि राज्य में शराबबंदी लागू करने वालों के करोड़ों रुपये जा रहे हैं।
हालांकि, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा शराबबंदी का समर्थन करती है और नीति पर पुनर्विचार की उसके नेताओं की मांग इसके कार्यान्वयन में समस्याओं को हल करने से संबंधित है। उन्होंने आरोप लगाया कि शराब की होम डिलीवरी के लिए बच्चों का इस्तेमाल किया जा रहा है और नशीली दवाओं का दुरुपयोग बढ़ रहा है क्योंकि नीति पूरी तरह से विफल रही है।
बिहार के वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, "नीतीश कुमार ने शराबबंदी लागू की। इसलिए, यह सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी है कि यह सफल हो। पूरी सरकारी मशीनरी इस एक मुद्दे पर काम कर रही है और अभी भी ऐसा नहीं कर सकती है।" उन्होंने कहा कि हम (भाजपा) इसे खत्म करने के पक्ष में नहीं हैं।