कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद से बाहर "देश के नाम संदेश'' दिया और उन्होंने सिर्फ विषय से ध्यान भटकाने वाली बातें कीं।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट किया, "18वीं लोकसभा का कार्यकाल शुरू हो रहा है। इस अवसर पर जैसा कि सामान्य रूप से होता है, लोकसभा चुनाव में जबरदस्त व्यक्तिगत, राजनीतिक और नैतिक हार का सामना करने वाले नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री ने संसद के बाहर 'देश के नाम संदेश' दिया।"
उन्होंने आरोप लगाया, "अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कुछ भी नया नहीं कहा। हमेशा की तरह उन्होंने विषय से ध्यान भटकाने वाली बातें कहीं। उनकी बातों से ऐसा लगा ही नहीं कि वह सही मायने में जनादेश का अर्थ समझ रहे हैं - वह वाराणसी में भी संदिग्ध एवं संकीर्ण अंतर से जीते हैं।"
रमेश ने कहा कि वह किसी भी तरह के भ्रम में न रहें क्योंकि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (‘इंडिया') उनसे पूरे कार्यकाल का हिसाब लेगा।
उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री पूरी तरह से बेनक़ाब हो चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के पहले दिन, सोमवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि देश की जनता विपक्ष से संसद की गरिमा बनाए रखने की उम्मीद करती है ना कि ‘नखरे, ड्रामा, नारेबाजी और व्यवधान' की।
उन्होंने कहा कि देश को एक अच्छे और जिम्मेदार विपक्ष की आवश्यकता है। मोदी ने सभी नवनिर्वाचित सांसदों से इस सत्र का उपयोग जनहित में करने का आह्वान भी किया। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार अपने तीसरे कार्यकाल में तीन गुना अधिक काम करेगी।