साइबर क्राइम की वारदातों और उनके खुलासे पर आधारित पुस्तक साइबर एनकाउंटर पाठकों को साइबर फ्रॉड से बचने के रास्ते भी दिखाती है। लेखक डीजीपी अशोक कुमार और सह लेकर ओपी मनोचा ने अपनी इस पुस्तक में 12 सच्ची वारदातों को आधार बनाया है। हर कहानी के अंत में यह भी बताया है कि साइबर फ्रॉड से कैसे बचा जा सकता है। इस पुस्तक की भूमिका सुपर स्टार अभिताभ बच्चन ने लिखी है।
विष कन्या नाम की कहानी में बताया गया कि कैसे एक अंजान महिला ने हनी ट्रेप करके एक व्यक्ति से 97 लाख रुपये ठग लिए। इस व्यक्ति ने फेसबुक पर महिला की फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार किया और फिर उसके जाल में फंस कर अपना सबकुछ लुटा दिया। बताया गया कि किसी भी अंजान व्यक्ति के फ्रेंड न बने और ये सोचें कि ऐसा क्यों किया गया होगा।
लाटरी जो कभी खेली ही नहीं गई की कहानी में बताया गया कि किस तरह एक महिला एक ई-मेल पर आए ढाई लाख डालर के इनाम के लालच में फंस गई। उसने यह भी नहीं सोचा कि जो लाटरी उसने कभी खेली ही नहीं, उस पर इनाम कैसे मिल गया। ठगों ने अलग-अलग वजहों से महिला ने 17 लाख ले लिए। साइबर टिप में बताया गया है कि अनचाहे ई-मेल और फोन काल्स को अटेंड ही न करें।
एक कहानी में डीपीजी अशोक कुमार ने अपने साथ ही फ्राड का जिक्र किया है। इसमें बताय़ा गया कि किस तरह उनकी नकली फेसबुक आईडी बनाकर लोगों से पैसे मांगे गए। साइबर टिप में कहा गया है कि किसी भी फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार करने से पहले उसकी फ्रेंड लिस्ट को देखें। नकली अकाउंट में दोस्तों की संख्या बहुत कम होती है।
एक कहानी लालच बुरी बला में बताया गया कि किस तरह से रकम दोगुनी करने के नाम पर 400 करोड़ की ठगी की गई। उत्तराखंड पुलिस ने एप के जरिए की गई इस पोंजी फ्रॉड का खुलासा किया था। टिप में कहा गया कि इस तरह जल्दी रकम पाने के लालच में न फंसे।
एक कहानी में बताया गया कि किस तरह से एटीएम में स्किमर और कैमरा लगाकर कार्ड की क्लोनिंग करके तमाम लोगों के खातों ने लाखों रुपये निकाले गए और किस तरह से अपराधी पकड़ में आए। साइबर टिप में बताया गया कि एटीएम से पैसा निकालते वक्त क्या-क्या सावधानियां ऱखनी चाहिए।
एक कहानी में बताया गया कि एक महिला से किस तरह से वेबसाइट से एक कुत्ते के पिल्ले की खऱीद के नाम पर कई लाख रुपये ठग लिए गए और किस तरह से विदेशी अपराधी गिरफ्त में आए। साइबर टिप में कहा गया है कि वेबसाइट ने ऑनलाइन शापिंग पर भुगतान करने से पहले व्यवसाय की वैधता की पुष्टि अवश्य करें।
एक कहानी में बताया गया है कि किस तरह से फर्जी कॉल सेंटन बनाकर देशी और विदेशी नागरिकों को लूटा जा रहा था। साइबर टिप में कहा गया है कि अपने कंप्यूटर के आपरेटिंग सिस्टम औऱ एंटी वायरस को अप टू डेट रखे। किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
सेक्सटॉर्सन कहानी में बताया गया कि किस तरह से व्हाट्सएप पर नग्न वीडियो बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करके पैसा लूटा जा रहा है। इसके साइबर टिप में बताया गया है कि किसी भी अंजान वीडियो कॉल से बचें और सोचें कि आखिर कोई व्यक्ति आपसे क्यों यौन संबंध बनाना चाहता है।
फिसिंग माफिया की कहनी में बताया गया है कि कैसे बैंक कर्मचारी बनकर खातों और एटीएम की डिटेल लेकर ठगी की जा रही थी। इसके साइबर टिप में बताया गया है कि किसी से भी कोई ओटीपी या लॉगइन डिटेल्स को शेयर न करें। मोबाइल पर आने वाले किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
एक कहानी में बताया गया कि किस तरह से केदारनाथ हेली टिकट के नाम पर फर्जी वेबसाइट से ठगी की गई। इसके साइबर टिप में बताया गया है कि इंटरनेट पर किसी भी विज्ञापित लिंक पर क्लिक न करें। किसी भी लेनदेन के लिए प्रमाणिक साइट पर ही जाएं।
एक कहानी में बताय गया है कि ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग के जरिए कैसे ठगी होती है। इसके साइबर टिप में बताया गया है कि कोई भी बड़ा व्यापारिक सौदा ऑनलाइन करने से बचें। अगर ऐसा करना जरूरी है तो साइट की प्रमाणिकता को परखें। साथ ही यह भी सोचे कि कोई अंजान व्यक्ति आपको क्यों बड़ा सौदा करने दे रहा है।
एक कहानी में बताया गया है कि किस तरह से एक बैंक कर्मी ने ही अपने ग्राहक को लाखों का चूना लगा दिया। इसके साइबर टिप में बताया गया है कि अपने बैंक स्टेटमेंट की नियमित समीक्षा करते रहें। खातों का ऑनलाइन एक्सेस करते वक्त मल्टी फैक्टर प्रमाणीकरण का इस्तेमाल करें। पता सत्यापन के लिए आधार कार्ड का उपयोग न करें।