![बच्चे को दूध नहीं पिलाने पर कार्रवाई](https://outlookhindi-assets.s3.ap-south-1.amazonaws.com/public/uploads/article/gallery/0cc0d2360e488ce35918e4e2114a3534.jpg)
बच्चे को दूध नहीं पिलाने पर कार्रवाई
कामकाजी महिलाओं में सबसे खराब स्थितियां मजदूर वर्ग की महिलाओं की हैं। उनके लिए न तो क्रेच व्यवस्था है और न वे मजदूरी के समय से समय निकाल अपने नवजात बच्चों को दूध पिला सकती हैं। कुपोषण के शिकार इनके बच्चों का सही विकास तक नहीं हो पाता है। बच्चे को दूध न पिला सकने का ऐसा ही एक मामला तेलंगाना में सामने आया है जिसमें ऐसा होने पर बच्चे की मौत हो गई है।