राष्ट्र द्रोह का कानून नया नहीं है। ब्रिटिश राज में भी यही कानून लागू था। आजादी के बाद संविधान निर्माता स्वयं राष्ट्र को समर्पित थे और उन्होंने भारत के विरूद्ध किसी तरह के षडयंत्र और गतिविधि को रोकने एवं कड़ी सजा के प्रावधान कर दिए।
दुनिया का हर रास्ता पहले थोड़ा उबड़-खाबड़, कहीं पत्थर, कहीं धूल, आसपास कहीं पेड़-फूल-पत्ते, दूर या पास पानी या पहाड़ से ही मंजिल की ओर ले जाता है। सोमवार को हम 70वां स्वाधीनता दिवस धूमधाम से मना रहे हैं।