प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अत्यधिक बैंकिंग गोपनीयता खत्म करने के लिए जी 20 के सदस्य देशों का आहवान करते हुए साफ किया कि प्रभावी वित्तीय संचालन के लिए भ्रष्टाचार के खिलाफ पहल करने के वास्ते पूर्ण प्रतिबद्धता और आर्थिक अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह खत्म करने की जरूरत है। चीन के पूर्वी भाग में स्थित हांगझोउ शहर में आयोजित जी 20 सम्मेलन के दूसरे दिन मोदी ने अपने भाषण में कहा कि प्रभावी वित्तीय संचालन के लिए भ्रष्टाचार, कालाधन और करचोरी से निपटना महत्वपूर्ण है।
विश्व के अनेक देश आतंकवाद को लेकर गंभीर तो दिख रहे हैं लेकिन इन आतंकी संगठनों का मुकाबला कैसे किया जाए इस पर सहमति नहीं बन पा रही है। दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका को ही ले लें। वह एक ओर तो आतंकवाद से लड़ने की बात करता है और दूसरी ओर लगातार आतंकवादियों को बढ़ावा देने वाले देशों का समर्थन करता है।
विश्व में पहली बार सीअसीआर धान 310 विकसित करने में भारत के कृषि वैज्ञानिकों ने सफलता पाई है। इस धान की खासियत यह है कि इसमें 11 प्रतिशत प्रोटीन है जबकि सामान्यतः दूसरी किस्मों में केवल 6 से 7 प्रतिशत तक प्रोटीन होता है।
प्रतिष्ठित मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल से जुड़े भारतीय वैज्ञानिकों के एक दल ने एक नैनो-तकनीक विकसित कर कैंसर के उपचार में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह नैनो-तकनीक उपचार के कुछ ही घंटे के भीतर कैंसर थैरेपी के प्रभाव का निरीक्षण कर सकती है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को किसानों, राज्यों और केंद्र सरकार सहित सभी हितधारकों से 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प लेने का आह्वान किया।
भारतीय वैज्ञानिकों ने डेंगू की एक हर्बल दवा का विकास करने का दावा किया है जो डेंगू के खिलाफ लड़ाई में एक अहम सफलता हो सकती है। दुनिया भर में डेंगू के खतरे का सामना करने वाले 50 प्रतिशत लोग भारत में हैं।
सालाना 7 प्रतिशत की अनुमानित विकास दर से आगे बढ़ते भारत में अगले दस साल के दौरान विश्व की सबसे तेज विकसित अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता है। हार्वर्ड के शोधकर्ताओं के मुताबिक, भारत अगले दस साल में अपने दक्षिण एशियाई प्रतिद्वंद्वी चीन से आगे निकल जाएगा जहां की अर्थव्यवस्था लगातार सुस्त पड़ती जाएगी।
भारत ने 14 साल पुरानी दोहा दौर की वार्ताओं को संपन्न करने के मुद्दे पर कुछ भी निश्चित न कहे जाने को लेकर अपनी 'पूरी' निराशा जाहिर की। इस बीच, शनिवार को संपन्न हुई पांच दिवसीय विश्व व्यापार संगठन (डब्लयूटीओ) वार्ता में उस प्रतिबद्धता पर सहमति बनी जिससे विकासशील देश आयात में होने वाली बढ़ोत्तरी के खिलाफ किसानों के संरक्षण के लिए विशेष उपायों का इस्तेमाल कर सकेंगे।
कार्बन उत्सर्जन को धीरे-धीरे खत्म करके जलवायु परिवर्तन का दीर्घकालिक हल ढूंढने की कोशिशें तेज होने के बीच भारत के एक शीर्ष वार्ताकार ने कहा है कि यदि विकसित देश भारत को पर्याप्त तकनीक और वित्तीय मदद उपलब्ध करवाकर स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों को अपनाने में इसकी मदद के लिए सहमत होते हैं तो भारत भविष्य में कोयले पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए तैयार है।