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Search Result : "होली गीत"

होली के मारक महीने में राष्ट्रवाद

होली के मारक महीने में राष्ट्रवाद

कपार पर गुलाल की बिंदी लगाने को ही होली मान लेने वालों को राजद्रोही मानना चाहिए। होली तो ऐसी होनी चाहिए कि अगल-बगल के चार घरों से लोग निकल कर देखें और कहें वाह क्या होली है
बरेली किसान रैली: मोदी ने कहा, मुझे पता है 'झुमका यहीं गिरा था'

बरेली किसान रैली: मोदी ने कहा, मुझे पता है 'झुमका यहीं गिरा था'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बरेली में आयोजित एक रैली में मौजूद लोगों को खुद से जोड़ने के लिए फिल्म मेरा साया के मशहूर गीत झुमका गिरा रे का जिक्र करके उन्हें तालियां बजाने को मजबूर कर दिया।
पंजाब की बसों में अब नहीं बजेंगे गीत

पंजाब की बसों में अब नहीं बजेंगे गीत

पंजाब के परिवहन मंत्री अजीत सिंह कोहाड़ ने राज्य परिवहन की बसों में बजने वाले भद्दे और उत्तेजक गीतों पर पाबंदी लगा दी है। इसके अलावा अब इन बसों में ऊंची आवाज में भी संगीत नहीं बजेगा। कोहाड़ ने परिवहन विभाग को यह दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। नियम तोड़ने वाले बस ड्राइवरों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
तान और तरानों में ‘संतोष’ का ‘आनंद’

तान और तरानों में ‘संतोष’ का ‘आनंद’

कभी संजीदगी, कभी खिलखिलाहट और कभी आंखों से बहते हुए आंसू। कलाकारों की बांसुरी और उनकी आवाज से अपने नगमों को सुनकर नामचीन गीतकार संतोष आनंद के चेहरे पर कई भाव आ और जा रहे थे। पूरी महफिल उन्हें खुश होते देखकर खुश होती थी और उन्हें गमगीन देखकर रो पडती, लेकिन सबको खुशी इस बात की थी कि ठीक एक साल पहले अपने बेटे और बहू की असामयिक मौत के गम को पीछे छोड़ते हुए वह अपनी जिंदगी में आगे की ओर बढ़े रहे हैं।
कहानी: हिंदी पखवाड़े में लोकभाषा हितैषी

कहानी: हिंदी पखवाड़े में लोकभाषा हितैषी

साहिर लुधियानवी के हिन्दी गीत के संकलन का संपादन। साहिर लुधियानवी : मेरे गीत तुम्हारे हैं नाम से एक और पुस्तक प्रकाशनाधीन। सभी प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में कहानियां और गजलें प्रकाशित। साहित्य से इतर पर्यावरण पर भी लेखन। पिछले चार वर्षों से साहिर लुधियानवी के गीतों का डॉक्युमेंटेशन और ब्लॉग लेखन। गढ़वाली भाषा और संस्कृति पर सक्रिय संस्था ‘धाद’ से संबद्ध।
होली की मस्ती और ठंडई

होली की मस्ती और ठंडई

होली का त्योहार हो और ठंडाई न पी जाए तो क्या मजा। भांग की ठंडाई पीने का मजा केवल होली में ही है। इसके बिना तो होली बुरा मान जाएगी! है न। भांग की ठंडाई पी कर ढोलक की थाप पर नाचने का मजा ही कुछ और है। अगर मन भांग की ठंडाई मिल जाए तो साल भर इस तृप्ति का अहसास रहता है। अगर आपको होली की ठंडाई बनाने की विधि नहीं आती तो परेशान होने की बात नहीं है। यह लीजिए पेश है भांग की ठंडाई खास आपकी इच्छा की मांग पर।
रंग-गुलाल के बाद त्वचा की देखभाल

रंग-गुलाल के बाद त्वचा की देखभाल

पूरे साल भर आप जिस त्वचा को संभाल कर रखते हैं, होली के दिन उसे थोड़ा-बहुत नुकसान तो हो ही जाता है। कितना भी प्राकृतिक रंगों बात की जाए लेकिन उनमें केमिकल होना तय है।
होली का त्योहार और गुझिया

होली का त्योहार और गुझिया

होली का त्योहार आते ही फागुनी मस्ती में मिठास घुल जाती है। इस मिठास का स्वाद और बढ़ जाता है जब इसमें गुझिया की खुशबू और रंगत भी शामिल हो जाते हैं। होली के पर्व पर यह खास पकवान घर-घर बनाया जाता है।
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