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संसद में उठा भीमा-कोरेगांव मामला, खड़गे बोले- पीएम तोड़ें चुप्पी, ‘मौनी बाबा’ न बनें

संसद में उठा भीमा-कोरेगांव मामला, खड़गे बोले- पीएम तोड़ें चुप्पी, ‘मौनी बाबा’ न बनें

महाराष्ट्र में फैली जातीय हिंसा की गूंज संसद में भी सुनाई दी। लोकसभा में कांग्रेस ने ये मामला उठाया।...
तो क्या अब इलाहाबाद का नाम भी बदल दिया जाएगा?

तो क्या अब इलाहाबाद का नाम भी बदल दिया जाएगा?

लखनऊ में मंगलवार को अखाड़ा परिषद के सदस्यों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक की। करीब एक घंटे तक चली बैठक में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि समेत कई महंत मौजूद थे।
दिल्ली के पुस्तक मेले में आकर्षण का केंद्र बनीं धार्मिक किताबें

दिल्ली के पुस्तक मेले में आकर्षण का केंद्र बनीं धार्मिक किताबें

दिल्ली पुस्तक मेले में इस बार धार्मिक किताबों से संबंधित 20 से भी अधिक स्टॉल लगाए गए हैं। इन स्टाल्स में पुस्तक प्रेमियों के लिए मोक्ष, मानसिक शांति से जुड़ी ढेरों किताबें रखी गई हैं।
CBI छापे पर गिरिराज सिंह ने कहा- अब मौनी बाबा बने क्यूं बैठें है नीतीश कुमार

CBI छापे पर गिरिराज सिंह ने कहा- अब मौनी बाबा बने क्यूं बैठें है नीतीश कुमार

सीबीआई के शिंकजे में फंसे लालू यादव के ठिकानों पर छापेमारी के बाद राजनीतिक माहौल काफी गर्मा गया है। एक के बाद एक नेता लालू यादव पर अपनी प्रतिक्रिया देने में लगे हुए हैं। वहीं, इस कतार में शामिल केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मामले को लेकर बिहार के सीएम पर हमला बोला है।
मुसलमान भाजपा को वोट नहीं करते, फिर भी पार्टी उनका ख्याल रखती है: रविशंकर प्रसाद

मुसलमान भाजपा को वोट नहीं करते, फिर भी पार्टी उनका ख्याल रखती है: रविशंकर प्रसाद

केंद्रीय दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि हमें मुसलमानों का वोट नहीं मिलता, लेकिन क्या हमारी सरकार उन्हें उचित सुविधा नहीं दे रही ?
प्रकाशकों के लिए फायदे का सौदा रहा इस बार का विश्व पुस्तक मेला

प्रकाशकों के लिए फायदे का सौदा रहा इस बार का विश्व पुस्तक मेला

विश्व पुस्तक मेले का आज आखिरी दिन रहा और इसमें भाग लेने वाले प्रकाशकों ने पिछले सालों की तुलना में किताबों की बिक्री से अच्छा लाभ हासिल किया है और इस तरह से नौ दिनी यह आयोजन कई प्रकाशकों के लिए अच्छा रहा।
खराब नेटवर्क, छुट्टे की कमी से पुस्तक मेले का मजा किरकिरा

खराब नेटवर्क, छुट्टे की कमी से पुस्तक मेले का मजा किरकिरा

नोटबंदी के दो माह बाद आयोजित हो रहे विश्व पुस्तक मेले में उम्मीद थी कि मेले को नकदी की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा और प्रकाशक नकदी रहित लेन-देन के जरिये अपनी किताबें बेच लेंगे, लेकिन रुक-रुककर चलने वाले नेटवर्क और 2,000 रुपये के नोट के छुट्टे न मिल पाने से प्रकाशकों का किताब बिक्री का खेल बिगड़ रहा है।
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