चर्चाः परदेसी का दर्द जाने न कोई | आलोक मेहता परदेसी होने का आनंद बहुत दिखाई देता है लेकिन उनके दिल का दर्द आसानी से नहीं समझा जा सकता। भारत से जाकर परदेस में बसे भारतीयों पर हमें गौरव महसूस होता है। MAY 31 , 2016