चंडीगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में 30 हजार लोगों के साथ-साथ आज पूरी दुनिया में लाखों लोगों ने योगासन और प्राणायम करते हुए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया। दुनिया के 190 से अधिक देशों में आज योग दिवस का आयोजन किया गया।
आंगन के पार पूरब में कमरे थे, कमरों के पार दालान। दालान के पार रास्ता था, रास्ते के पार आंवला, कनेर और बेल के पेड़ थे, फिर मेड़ की आड़। आड़ के पार पोखर था जिसके जल में आसमान में उगता गोल और सुर्ख सूरज टलमल करता था। पोखर के पार दादा जी (छोटे बाबा) की कुटी थी जिसमें एक कमरे के ऊपर उजियार कमरा था और नीचे अंधेरा तहखाना। कुटी के पार आमों के बाग थे, बाग के पार दूर तक खेत-सरेह। दूर सरेह के पार बडक़ी नहर की आड़ दिखती थी। लेकिन इस सुदूर विस्तार में हजारों, सैकड़ों या बीसियों तक क्या, इक्का-दुक्का भी समवेत योग नहीं होता था।