फेक न्यूज आज के समय का बहुत बड़ा चैलेंज है। यह जंगल में आग की तरह फैलती है जबकि अगर इसका पर्दाफाश किया जाए तो लोग उसमें रुचि नहीं लेते। कुछ दिनों पहले फेक न्यूज और मीडिया को लेकर सर्कुलर जारी कर वापस लेने वाली केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी खुद इसका शिकार बन गईं। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी फेक न्यूज का शिकार बने।
आल्ट न्यूज के मुताबिक, भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन के निधन की अफवाह सोशल मीडिया पर फैली, जिसके झांसे में आकर जितेंद्र सिंह ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दे ़डाली। बाद में स्मृति ईरानी ने भी इसे रीट्वीट करते हुए टीएन शेषन को श्रद्धांजलि दे दी। हालांकि दोनों ने ट्वीट हटा लिए।
जितेंद्र सिंह ने ट्वीट में लिखा, ''श्री टीएम शेषन का 6 अप्रैल को निधन हो गया। उनकी पत्नी का एक दिन पहले निधन हो गया था। उनके बच्चे नहीं हैं। एक ईमानदार कैबिनेट सचिव और बाद में मुख्य चुनाव आयुक्त रहकर उन्होंने कई मिसालें कायम कीं, कई तरह से यह एक युग का खत्म होना है।'' स्मृति ईरानी ने इसे रीट्वीट करते हुए लिखा, ''ओम शांति।''
बता दें कि 31 मार्च को टीएन शेषन की पत्नी जयलक्ष्मी शेषन का निधन हो गया था। लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने सोशल मीडिया पर टीएन शेषन की मौत की अफवाह फैलाकर झूठी श्रद्धांजलि दे डाली।
बीते कुछ दिनों से शेषन अपनी अपनी पत्नी के साथ चेन्नई के एक वृद्धाश्रम में रह रहे थे। बीते साल 15 दिसंबर को वृद्धाश्रम में टीएन शेषन का 85वां जन्मदिन भी मनाया गया था। पिछले दिनों सोशल मीडिया पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की मौत की अफवाहों ने भी जोर पकड़ा था। बता दें कि टीएन शेषन 1955 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं। वह 1990 से 1996 तक देश के मुख्य चुनाव आयुक्त भी रहे हैं। शेषन कठोर निर्णयों और कई सुधारों को लेकर जाने जाते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जयलक्ष्मी ने एक बार कहा था कि उनके पति हमेशा सच्चाई के साथ खड़े रहे। उन्होंने कहा था कि वह सच्चाई का साथ देने के लिए नौकरी और पत्नी तक को त्यागने के लिए तैयार थे। टीएन शेषन की कोई संतान नहीं है। कहा जाता है कि इसी वजह से दोनों ने वृद्धाश्रम में रहने का फैसला किया था।