न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों के लिये अश्विन का सामना करना मुश्किल रहा जिन्होंने अब तक 68 रन देकर तीन विकेट लिये हैं। अपना 37वां टेस्ट मैच खेल रहे अश्विन ने इस दौरान टेस्ट क्रिकेट में 200 विकेट भी पूरे किये। वह आस्टेलिया के क्लेरी ग्रिमेट : 36 मैच : के बाद सबसे कम मैचों में इस मुकाम पर पहुंचने वाले दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी बने।
भारत ने सुबह अपनी पारी एक विकेट पर 159 रन से आगे बढ़ायी। उसकी तरफ से चेतेश्वर पुजारा : 78 :, मुरली विजय : 76 :, रोहित शर्मा : नाबाद 68 : और रविंद्र जडेजा : नाबाद 50 : ने अर्धशतक जमाये। विजय और पुजारा ने दूसरे विकेट के लिये 133 रन जोड़े जबकि रोहित और जडेजा ने स्पिनरों की मददगार पिच पर छठे विकेट के लिये 100 रन की अटूट साझेदारी निभायी।
रविचंद्रन अश्विन ने मैच के चौथे दिन टेस्ट क्रिकेट का सबसे बड़ा इतिहास रच दिया। भारत के 500वें टेस्ट में अश्विन सबसे तेज 200 टेस्ट विकेट लेने वाले दूसरे सबसे तेज गेंदबाज और सबसे तेज भारतीय गेंदबाज बन गए। अश्विन ने ये रिकॉर्ड अपने 37वें मैच में बनाया। उन्होंने पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वकार यूनिस के 38 टेस्ट में लिए 200 विकेट को पीछे छोड़ दूसरा स्थान बना लिया। अश्विन ने टेस्ट की चौथी पारी में अपने 9वें और पारी के 18वें ओवर में अपनी तीसरे विकेट के रूप में न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन को आउट कर इस रिकॉर्ड को बनाया।
कौन है सबसे आगे –
टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 200 विकेट लेने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के बेहतरीन स्पिनर क्लैरी ग्रीमेट के नाम है। 15 फरवरी 1936 को उन्होंने अपने 36वें टेस्ट में 200 विकेट का आंकड़ा पार किया था। ग्रीमेट ने अपने करियर में 37 टेस्ट मैच में 216 विकेट झटके। अश्विन ये कारनामा वेस्टइंडीज के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में ही कर सकते थे लेकिन बारिश और फिर बाद में खराब आउटफील्ड ने अश्विन को सबसे तेज 200 विकेट लेने से रोक दिया।
भारत के लिए सबसे तेज 200 टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड टीम इंडिया से बाहर चल रहे ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के नाम है। भज्जी ने कुंबले के 47 मैच में बनाए रिकॉर्ड से एक मैच पहले (46) इसे तोड़ा था। 2005 में भज्जी ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 200 का आंकड़ा पार किया था। अब 11 साल बाद अश्विन इस रिकॉर्ड को तोड़ने के करीब हैं।