टर्निंग पिच पर तेज गेंदबाज उमेश ने पुरानी गेंद से जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए 12 ओवर में 32 रन देकर चार विकेट लिये। एक समय कंगारुओं का स्कोर नौ विकेट पर 205 रन था लेकिन स्टार्क ने आखिरी क्षणों में उम्दा पारी खेली।
उसने 58 गेंद में पांच चौकों और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 57 रन बनाये। टेस्ट क्रिकेट में नौवां अर्धशतक जमाते हुए स्टार्क ने अपने 1000 रन भी पूरे कर लिये।
जोश हेजलवुड : नाबाद एक : के साथ उन्होंने दसवें विकेट की नाबाद साझेदारी में 55 रन जोड़े।
शीर्षक्रम में युवा सलामी बल्लेबाज मैट रेनशॉ ने 156 गेंद में 68 रन बनाये। पेट में गड़बड़ के बावजूद उन्होंने संयम के साथ क्रीज पर डटकर यह पारी खेली। उन्हें डेविड वार्नर : 38 : का विकेट गिरने के बाद पेट की तकलीफ के कारण मैदान भी छोड़ना पड़ा था।
सुनील गावस्कर से लेकर शेन वार्न तक ने यह बात कही कि पहले दिन विकेट बल्लेबाजी के लिये काफी मुश्किल था। ऐसे में स्टार्क ने उम्दा बल्लेबाजी करके यह सुनिश्चित किया कि ऑस्ट्रेलिया 250 रन का आंकड़ा पार करे। इसके साथ ही उमेश की भी तारीफ करनी होगी जिसे 28वें ओवर में गेंद मिली और आते ही उसने खतरनाक वार्नर को पवेलियन भेजा।
भारतीय स्पिनरों ने इससे पहले दूसरे सत्र में दबाव बनाते हुए चार विकेट 154 रन पर निकाल दिये। ऑस्ट्रेलिया ने लंच से पहले सलामी बल्लेबाज और उपकप्तान डेविड वार्नर : 38 : का विकेट गंवाया। वहीं लंच के बाद कप्तान स्टीव स्मिथ : 27 : , शॉन मार्श : 16 : और पीटर हैंडस्कांब : 22 : आउट हुए।
ऑस्ट्रेलिया की शुरूआत अच्छी रही थी और वार्नर तथा रेनशॉ ने 27.2 ओवर में 82 रन जोड़ लिये थे। इनके आउट होने के बाद हालांकि रनगति तेजी से गिर गई। कप्तान स्मिथ ने काफी धीमी बल्लेबाजी की जबकि शॉन कुछ तेजी से खेले लेकिन 16 रन बनाकर जयंत का शिकार हुए।
हैंडस्कांब को जडेजा ने पगबाधा आउट किया। इसके पांच गेंद बाद अश्विन ने स्मिथ को मिडविकेट पर लपकवाया। हैंडस्कांब ने 45 गेंद खेली जबकि स्मिथ ने 95 गेंद खेलकर सिर्फ दो चौके जड़े।
भारत को मिशेल मार्श का भी विकेट मिल जाता जब उन्होंने अश्विन की गेंद पर विकेट के पीछे कैच उछाला लेकिन रिव्यू से पता चला कि गेंद उनके बल्ले को छूकर नहीं गई थी।
इससे पहले वार्नर को उमेश ने 38 के स्कोर पर बोल्ड किया। वहीं रेनशॉ पेट में गड़बड़ के कारण मैदान से चले गए। टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए कंगारु बल्लेबाजों को शुरूआत में इस नये टेस्ट वेन्यू पर गेंद को मिल रहे टर्न को समझने में दिक्कत आई। उन्होंने पहले घंटे में 40 रन जोड़े। वार्नर खुशकिस्मत रहे कि जयंत की गेंद पर 16 रन पर बोल्ड होने के बाद भी बच गए क्योंकि वह नोबाल थी।
भारत ने 10वें ओवर में पहला डीआरएस विकल्प भी गंवा दिया जब रेनशॉ के विकेट के पीछे लपके जाने की उसकी अपील टीवी अंपायर ने ठुकरा दी। वार्नर ने दूसरे छोर पर जयंत को दो चौके जड़े जिसके बाद कप्तान विराट कोहली ने तीसरे स्पिनर रविंद्र जडेजा को गेंद सौंपी।
जडेजा को भी विकेट नहीं मिला जिससे कोहली ने उमेश को गेंद दी और उसने अपने पहले ही ओवर में वार्नर को आउट करके कप्तान के भरोसे को सही साबित किया।
ऑस्ट्रेलिया के विकेट नियमित अंतराल पर गिरते रहे। उमेश ने पुरानी गेंद से रिवर्स स्विंग का शानदार नमूना पेश किया। मैथ्यू वेड और नाथन लियोन उनका सामना नहीं कर सके जबकि रिधिमान साहा ने स्टीव ओकीफे का विकेट के पीछे बेहतरीन कैच लपका।
ऐसा लग रहा था कि आखिरी आधा घंटा भारत को बल्लेबाजी के लिये मिल जायेगा लेकिन स्टार्क किसी और मूड में आये थे। दूसरी नयी गेंद उनके लिये फायदेमंद रही और उन्होंने फ्रंटफुट पर खुलकर खेला।
ऑस्ट्रेलिया को कप्तान स्मिथ जैसे सीनियर बल्लेबाजों ने निराश किया जिन्होंने 95 गेंद खेलकर सिर्फ 27 रन बनाये। वह और रेनशॉ दोनों अश्विन का शिकार बने। भाषा