दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड यानी बीसीसीआई ने कोरोना काल के दौरान अपने खिलाड़ियों की फीस में किसी तरह की कोई कटौती नहीं करने का फैसला लिया है। बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया के कोषाध्यक्ष अरुण कुमार धूमल ने शुक्रवार को कहा कि क्रिकेट आयोजन रद्द हो जाने और अनिश्चितकाल के लिए आईपीएल टल जाने से नुकसान तो हुआ है, लेकिन खिलाड़ियों के वेतन में कटौती इस समस्या से उबरने का आखिरी विकल्प होगा। बोर्ड इस नुकसान की भरपाई अपने कर्मचारियों और अधिकारियों से वसूलने की तैयारी में है।
आईपीएल बीसीसीआई के लिए एक बड़ा राजस्व का माध्यम था
समाचार एजेंसी एएनआई से धूमल ने कहा कि, 'हम उम्मीद कर रहे हैं कि वित्तीय संकट के बावजूद इससे पार पाया जा सकता है, लेकिन हां आईपीएल बीसीसीआई के लिए एक बड़ा राजस्व का माध्यम था। हालांकि, कोषाध्यक्ष ने स्वीकार किया कि बोर्ड जहां भी संभव हो अपने खर्च में कटौती करेगा और नुकसान की भरपाई के लिए राजस्व के दूसरे माध्यम तलाशेगा।' उन्होंने कहा, 'बीसीसीआई राजस्व घाटे को दूर करने के लिए अपने कर्मचारियों के खर्च में कटौती करेगा, और अभी तक खिलाड़ियों के वेचन कटौती के बारे में नहीं सोचा जा रहा है। जहां भी लागत में कटौती की संभावना है, चाहे वो यात्रा से संबंधित हो, या आवास हो, या कर्मचारियों से संबंधित हो, उन सभी लागतों पर ध्यान दिया जाएगा।'
आईपीएल 2020 रद्द हुआ तो खिलाड़ियों पर गिर सकती गाज
दूसरी ओर अध्यक्ष सौरव गांगुली ने ये संकेत दे दिए हैं कि अगर आईपीएल 2020 रद्द हो जाता है तो फिर खिलाड़ियों पर गाज गिर सकती है। पूर्व भारतीय कप्तान ने मिड-डे से कहा है, 'हमें अपनी वित्तीय स्थिति की जांच करनी होगी। आईपीएल की मेजबानी नहीं करने से बोर्ड को 4 हजार करोड़ का नुकसान होगा, ऐसे में वेतन कटौती की जा सकती है।
कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप और लॉकडाउन के मद्देनजर देश में मार्च से क्रिकेट की सारी गतिविधियां ठप पड़ी है। भारत दौरे पर आई दक्षिण अफ्रीका को सीरीज बीच में ही छोड़कर स्वदेश लौटना पड़ा था। संकट के इस दौर से उबरने के लिए वैसे भी कई क्रिकेट बोर्ड अपनी टीम के खिलाड़ियों का वेतन काट चुके हैं।
लॉकडाउन के बाद क्रिकेट की बहाली के लिए बना रहे हैं योजना
साथ ही क्रिकेट की बहाली के लिए पोस्ट लॉकडाउन योजनाओं के बारे में बात करते हुए धूमल ने कहा कि लॉकडाउन के संबंध में निर्णय लिया जाएगा। बोर्ड इस दिशा में पहला कदम उठाने उठाते हुए सेफ जोन में आइसोलेशन कैंप के आयोजन की योजना बना रहा है ताकि कोविड 19 महामारी से उबरने के बाद खिलाड़ी बगैर किसी परेशानी के मैदान में वापस लौट सकें।
धूमल ने बताया कि लॉकडाउन मानदंडों के संबंध में, हम यह पता लगाएंगे कि क्या करना है। यदि यात्रा प्रतिबंध नहीं हैं और यदि खिलाड़ी एक स्थान पर आ सकते हैं, तो हम ऐसा करेंगे। यदि यह संभव नहीं है, तो यात्रा प्रतिबंधों के आधार पर, कौशल- स्थानीय स्टेडियमों में आधारित प्रशिक्षण प्रदान किया जा सकता है। हम उन विकल्पों को भी देखेंगे।