स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी विवाद में आईपीएल की दो प्रमुख टीमों पर प्रतिबंध लगने के अगले दिन बाद ही चैंपियंस लीग टी20 को खत्म करने का फैसला हुआ है। चैंपियंस लीग गवर्निंग काउंसिल ने पुष्टि की है कि इस टूर्नामेंट को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाएगा। काउंसिल में शामिल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड, क्रिकेट साउथ अफ्रीका और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इस साल सितंबर-अक्टूबर में चैंपियंस लीग होनी थी लेकिन अब यह आयोजन नहीं होगा।
चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थन रॉयल्स पर लगे दो साल के प्रतिबंध के बाद फिलहाल बीसीसीआई के सामने आईपीएल के वजूद को बचाने और दोनों टीमों का विकल्प तलाशने की चुनौती खड़ी है। हालांकि, चैंपियंस लीग को शुरू से ही बहुत अधिक समर्थन नहीं मिला और इस बंद करने की आशंका बनी हुई थी। लेकिन इसी बीच सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित लोढ़ा समिति ने लीग की मौजूदा चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स पर आईपीएल में भाग लेने पर दो साल का प्रतिबंध लगा दिया है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, चैंपियंस लीग टी20 को मिले पब्लिक के सीमित समर्थन को देखते हुए लीग को बंद करना ही सबसे उचित निर्णय था। वर्ष 2009 में बीसीसीआई, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने चैंपियंस लीग टी20 की शुरुआत की थी। बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा है कि यह बेहद कठिन फैसला था क्योंकि चैंपियंस लीग ने आईपीएल जैसी घरेलू प्रतियोगिताओं को विस्तार दिया था। पिछले छह सीजन से चैंपियंस लीग दुनिया भर के खिलाड़ियों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का एक बेहतरीन मंच साबित हुई। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि मैदान के बाहर चैंपियंस लीग उम्मीद के मुताबिक प्रशंसकों की दिलचस्पी कायम नहीं रख पाई।
ठाकुर के मुताबिक, सभी कारोबारी भागीदारों और आयोजन में शामिल सभी पक्षों से विचार-विमर्श के बाद चैंपियंस लीग को स्थगित करने का फैसला किया गया है। इस प्रतियोगिता को समेटने से जुड़े बाकी मुद्दों को जल्द ही निपटा लिया जाएगा।