सोशल मीडिया पर इन दिनों एक रोती हुई बच्ची का तस्वीर वायरल हो रही है। यह तस्वीर 30 अगस्त को शहीद हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर अब्दुल राशिद की बेटी जोहरा की है। अब्दुल रशीद की बिलखती हुई बेटी की इस तस्वीर ने सभी को झकझोर दिया है। सोशल मीडिया पर लोग बच्ची जोहरा के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्ति कर रहे हैं।
इस बीच भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर शहीद अब्दुल राशिद की बेटी जोहरा की मदद के लिए आगे आए हैं। गंभीर ने मंगलवार को एक ट्वीट कर जोहरा की पढ़ाई का खर्च उठाने की बात कही। गंभीर ने मंगलवार को एक ट्वीट कर जोहरा की पढ़ाई का खर्च उठाने की बात कही। गंभीर ने अपने ट्वीट में कहा, "जोहरा, मैं लोरी गाकर आपको सुला तो नहीं सकता, लेकिन मैं तुम्हारों सपनों को पूरा करने के लिए तुम्हें जगा जरूर सकता हूं। आपकी शिक्षा के लिए ताउम्र मदद करूंगा।"
Zohra,I can't put u 2 sleep wid a lullaby but I'll help u 2 wake up 2 live ur dreams. Will support ur education 4 lifetime #daughterofIndia pic.twitter.com/XKINUKLD6x
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) September 5, 2017
दूसरे ट्वीट में गौतम ने लिखा, "जोहरा प्लीज इन आंसुओं को जमीन पर ना गिरने दो, क्योंकि मुझे शक हैं कि धरती मां भी इस दर्द का बोझ उठा पाए, तुम्हारे शहीद पिता को सलाम।" बता दें कि गौतम गंभीर फाउंडेशन सुकमा में नक्सली हमले में शहीद हुए 25 सीआरपीफ जवानों के परिवारों के बच्चों की पढ़ाई का भी खर्च उठा रही है।
Zohra,I can't put u 2 sleep wid a lullaby but I'll help u 2 wake up 2 live ur dreams. Will support ur education 4 lifetime #daughterofIndia pic.twitter.com/XKINUKLD6x
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) September 5, 2017
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर अब्दुल राशिद की 30 अगस्त को आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जोहरा को जब पिता के शहीद होने की खबर मिली तो उस वक्त वो अपने स्कूल में थी। वहां से वो घर पहुंची। पिता को अंतिम विदाई के वक्त जोहरा का हाल जिसने देखा, वो भावुक हो गया।
जोहरा की भावुक करने वाली ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। बच्ची जोहरा की तस्वीर देखकर दक्षिण कश्मीर के डीआईजी एसपी पाणि ने उसे एक खुला पत्र लिखा था। यह पत्र डीआईजी ने फेसबुक पर भी शेयर किया था। डीआईजी ने इसमें कहा, "इस मुश्किल घड़ी में हम परिवार की तरह हैं। तुम्हारे आंसू हम सबके दिलों को जैसे झुलसा रहे हैं।