वेस्टइंडीज की पारी में मार्लन सैमुअल्स ने 66 गेंदों में 85 रन बनाकर टीम की जीत में अहम योगदान दिया जबकि कार्लोस ने सिर्फ 10 गेंदों में 34 रन कूट दिए। ये दोनों ही बल्लेबाज नाबाद रहे। इन दोनों के अलावा सिर्फ ब्रेवों ने 25 रन की पारी खेली बाकी कोई बल्लेबाज दहाई अंक में भी नहीं पहुंच पाया। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 9 विकेट पर 155 रन बनाए थे और वेस्टइंडीज को जीत के लिए 156 रनों की जरूरत थी जबकि वेस्टइंडीज ने 19.4 ओवर में 161 रन बनाकर ये मैच जीता। ब्रेथवेट के चार छक्कों की बदौलत वेस्टइंडीज ने कोलकाता के ईडन गार्डन में इंग्लैंड के मुंह से जीत छीन ली।
सैमुअल्स के नाबाद 85 रन के बावजूद मैच वेस्टइंडीज के हाथ से फिसलता जा रहा था। उसे आखिरी ओवर में 19 रन की दरकार थी। ब्रेन स्टोक्स आखिरी ओवर करने आए। सामने ब्रेथवेट थे जिनका इससे पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय में उच्चतम स्कोर 13 रन था। ब्रेथवेट ने पहली गेंद पर बैकवर्ड स्क्वायर लेग, दूसरी गेंद पर लांग आन, तीसरी गेंद पर लांग आफ और चौथी गेंद पर डीप मिडविकेट पर छक्के जड़कर कैरेबियाई खिलाडि़यों, प्रशंसकों और ईडन गार्डन्स पर मौजूद दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
इससे पहले गेंदबाजी में भी ब्रेथवेट ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और 23 रन देकर तीन विकेट लिए। उन्होंने इंग्लैंड के जो रूट और डेविड विली के प्रयासों पर पानी फेर दिया। वेस्टइंडीज इससे पहले 2012 में चैंपियन बना था और वह विश्व टी20 में दो खिताब जीतने वाली पहली टीम बन गया है। इंग्लैंड ने टास गंवाने के बाद तीन विकेट पर 23 रन से उबरकर रूट जौर जोस बटलर (36 रन) के बीच चौथे विकेट के लिए 61 रन की साझेदारी तथा विली की आखिरी ओवरों की 21 रन की तूफानी पारी से नौ विकेट पर 155 रन बनाए।
जवाब में वेस्टइंडीज के तीन विकेट सिर्फ 11 रन पर निकल गए थे। सैमुअल्स ने जीवनदान मिलने के बाद अपने करियर के सर्वोच्च प्रदर्शन की बराबरी की। उन्होंने अपनी 66 गेंद की पारी में नौ चौके और दो छक्के लगाए।