कनेरिया ने कहा यह खबरे भ्रामक हैं। मैंने भारतीय रिपोर्टर से बात जरूर की थी लेकिन अपने मामले की फिर से समीक्षा के लिए बीसीसीआई से मदद मांगने की मेरी कोई इच्छा नहीं थी। उन्होंने कहा, मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया। पाकिस्तानी स्पिनर ने कहा कि वह हताश हैं और पाकिस्तान क्रिकेट में पीड़ित महसूस कर रहे हैं लेकिन उनका किसी भारतीय मंच पर जाने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा, हां मैं हताश हूं और मुझे पीड़ा पहुंची है लेकिन अब भी मुझे गर्व है कि मैं पाकिस्तानी हूं। मैं सिर्फ इतना जानना चाहता हूं कि मुझे आजीवन प्रतिबंधित करने के लिए साक्ष्य क्या हैं और आखिर क्यों पाकिस्तान बोर्ड ने मेरे मामले को एकतरफ कर दिया है।
उन्होंने कहा, चाहे कुछ भी हो लेकिन मैं मदद के लिए किसी और देश से संपर्क क्यों करूंगा। मैं मौका देने के लिए सिर्फ दोबारा पीसीबी से अपील करूंगा। कनेरिया के बड़े भाई विकी ने कहा कि उनका परिवार कभी ऐसा कुछ नहीं करेगा जिससे पाकिस्तान बोर्ड या क्रिकेट की छवि को ठेस पहुंचे। उन्होंने कहा, वह 2010 से भुगत रहा है और उसकी आर्थिक स्थिति काफी खराब है। हम संयुक्त परिवार में रहते हैं जिससे उसका गुजारा हो रहा है।
कनेरिया ने ईसीबी टिब्यूनल और कोर्ट में भी दो अपील की थी लेकिन खारिज हो गई। ईसीबी ने अब सिंध हाईकोर्ट में अपील करके मांग की है कि उसकी संपत्ति बेचकर स्पॉट फिक्सिंग मामले में अदालती कार्रवाई का खर्च वसूल किया जाए। विकी ने कहा कि पीसीबी द्वारा फिक्सिंग में शामिल खिलाडि़यों के साथ किए गए बर्ताव से दानिश और दुखी हैं। उन्होंने कहा, मोहम्मद आमिर ने पाकिस्तानी टीम में वापसी कर ली है जबकि 2010 में दानिश उस दौरे पर था और उसने सब अपनी आंखों से देखा था।