चार मैचों की श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त बनाने वाली भारतीय टीम ने तीसरा टेस्ट 237 रन से जीता था। विराट कोहली और उनकी टीम चौथा टेस्ट इसी अंदाज में जीतकर आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज होना चाहेगी। यह मैच ड्रा रहने पर ऑस्ट्रेलिया शीर्ष पर बरकरार रहेगा।
कप्तान कोहली ने साफ कर दिया कि पांचवें नंबर पर रोहित शर्मा उतरेंगे और वह तीसरे नंबर पर उतरेंगे। शिखर धवन ने पहले टेस्ट में 84 रन बनाने के बाद कोई योगदान नहीं दिया है। देखना यह है कि पिछले मैच से बाहर रहे मुरली विजय की अंतिम एकादश में वापसी होती है या नहीं। बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ ने पहले ही कहा था कि विजय अंगूठे की चोट से उबर चुका है। उनके खेलने पर चेतेश्वर पुजारा को बाहर रहना पड़ सकता है। गेंदबाजी में भी बदलाव संभव है। सत्र लंबा होने के कारण भारत को 13 और टेस्ट खेलने है लिहाजा ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी का कार्यभार कम करना होगा। उमेश यादव या शरदुल ठाकुर को मौका दिया जा सकता है बशर्ते कोहली का प्रयोग करने का इरादा हो।
भारत के लिये श्रृंखला में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रविचंद्रन अश्विन ने किया जो फिलहाल हरफनमौलाओं की टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर है। दो शतक और दो बार पांच विकेट ले चुके अश्विन ने 235 रन बनाये हैं और 16 विकेट अपने नाम कर चुके हैं। उन्होंने दोनों बार कठिन हालात में रन बनाये और जरूरत के समय विकेट लिये। अश्विन अगर मैन आफ द सीरीज पुरस्कार के सबसे प्रबल दावेदार हैं तो मोहम्मद शमी का प्रदर्शन भी अनदेखा नहीं किया जा सकता जिन्होंने घुटने की चोट के कारण डेढ़ साल बाहर रहने के बाद वापसी की है।
तीन मैचों में 11 विकेट लेने वाले शमी नयी और पुरानी गेंद से काफी प्रभावी रहे। उन्होंने वेस्टइंडीज के सबसे अनुभवी टेस्ट बल्लेबाजों मर्लोन सैमुअल्स और डेरेन ब्रावो को परेशान किया। बल्लेबाजों में सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (236 रन) ने एक शतक और अर्धशतक बनाया जबकि अजिंक्य रहाणे एक शतक और एक अर्धशतक के साथ 243 रन बना चुके हैं। कप्तान कोहली ने 251 रन बनाये लेकिन इसमें पहले टेस्ट में बनाया दोहरा शतक शामिल है। भारतीय टीम को अगर नंबर वन की रैंकिंग हासिल करनी है तो उसे और आक्रामक प्रदर्शन करना होगा जो इस श्रृंखला में सेंट लूसिया में चौथे और पांचवें दिन को छोड़कर नजर नहीं आया।
दूसरी ओर वेस्टइंडीज टीम एक बार फिर आसानी से घुटने टेकने से बचना चाहेगी। जमैका में रोस्टन चेज के शतक के बाद मेजबान के लिये हालात अच्छे नजर आने लगे जब उन्होंने तीसरे टेस्ट में पहली पारी में भारत के पांच विकेट 130 रन पर उखाड़ दिये थे। इसके बाद अनुभवहीनता के चलते गेंदबाजों ने मैच गंवा दिया। अब आखिरी मैच में मेजबान कड़ी चुनौती देना चाहेगा और एक बार फिर उम्मीदें डेरेन ब्रावो और मर्लोन सैमुअल्स पर टिकी होंगी। पिछली हार के बावजूद टीम में बदलाव की संभावना नहीं दिखती।
एजेंसी