अनुभवी मिताली राज ने नाबाद 73 रन की पारी खेली जिससे भारत ने 20 ओवर में पांच विकेट गंवाकर 121 रन बनाये। टूर्नामेंट शुरू होने से पहले मिताली को टी20 कप्तानी से हटा दिया गया था। इसके बाद गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान को छह विकेट पर 104 रन ही बनाने दिये और टीम को 17 रन से जीत दिलायी। गेंदबाजी में स्टार एक बार फिर बायें हाथ की स्पिनर एकता बिष्ट रही जिन्होंने अपने चार ओवर में 22 रन देकर दो विकेट चटकाये।
यह दूसरी बार है जब भारत ने टूर्नामेंट में पाकिस्तान को शिकस्त दी हो, लीग चरण में उसने पांच विकेट से जीत दर्ज की थी। भारतीय टीम इससे पहले फाइनल तक के सफर तक पांच मैचों में पराजित नहीं हुई।
भारतीय टीम के लिये यह एक तरह से बदला चुकता करने जैसा था जो मार्च में घरेलू मैदान पर विश्व टी20 के दौरान पाकिस्तान से पराजित हो गयी थी। हाल में आईसीसी ने पाकिस्तान के साथ नहीं खेलने के लिये उनके छह अंक काट दिये थे।
इस यादगार जीत से भारतीय टीम ने इस महाद्वीप की प्रतियोगिता में अपना शानदार रिकार्ड भी कायम रखा जिसने अभी तक हुए छह चरण में सभी में खिताब अपने नाम किया है।
हालांकि 2004 से शुरू हुए पहले चार चरण 50 ओवर के प्रारूप में खेले गये थे और इसके बाद दो चरण छोटे प्रारूप में खेले गये। पिछला चरण 2012 में खेला गया था और फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराकर ट्राफी अपने नाम की थी।
मिताली और एकता ने अगर शानदार प्रदर्शन नहीं किया होता तो चैम्पियन टीम यह उपलब्धि अपने नाम नहीं कर पाती। मिताली टीम की सफलता में अहम रहीं, उन्होंने चार पारियों में 220 रन जुटाये और वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन जुटाने वाली खिलाड़ी रही। इस सूची में दूसरी पाकिस्तान की जावेरिया खान रहीं जिन्होंने छह पारियों में 128 रन बनाये। पाकिस्तान के खिलाफ दोनों मैचों में मिताली काफी संयमित होकर खेली, उनके फाइनल में बनाये गये नाबाद 73 रन टूर्नामेंट का सबसे बड़ा स्कोर है। उन्होंने 112 के स्ट्राइक रेट से अपनी पारी में सात चौके और एक छक्का जड़ा।
इस अनुभवी खिलाड़ी ने इस तरह विश्व टी20 के दौरान अपनी धीमी बल्लेबाजी की भी भरपायी थी। इस प्रदर्शन से 34 वर्षीय खिलाड़ी ने दिखा दिया कि वह टी20 प्रारूप में अब भी काफी अच्छा खेल दिखा सकती है जबकि उसे कप्तानी से बर्खास्त कर दिया गया। हरमनप्रीत कौर को नया कप्तान बनाया गया है, जो छह पारियों में 30 से ज्यादा का स्कोर बनाने में नाकाम रही और महज दो विकेट प्राप्त किये।
एकता ने गेंद से भारत के लिये अच्छा प्रदर्शन किया, वह टीम की सबसे सफल गेंदबाज रही। उसने 5.20 के औसत से 10 विकेट झटके। उन्होंने अन्य गेंदबाजों के साथ मिलकर सुनिश्चित किया कि पाकिस्तान लक्ष्य के करीब नहीं पहुंच सके।
भाषा