जीत के लिये 459 रन के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेशी टीम 100 . 3 ओवर में 250 रन पर आउट हो गई। यह भारत की इस सत्र में नौ घरेलू टेस्ट मैचों में आठवीं जीत है। उसने एकमात्र ड्रा इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में खेला था।
विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने यह लगातार छठी श्रृंखला जीती है जिसका आगाज 2015 में श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला से हुआ था। भारत का अजेय अभियान अब 19 टेस्ट का हो गया है और उसे आखिरी बार अगस्त 2015 में गाले में श्रीलंका ने हराया था। विराट ने छठीं सीरिज जीत कर इतिहास रच दिया है। इससे पहले लगातार पांच सीरिज में सुनील गावस्कर की कप्तानी में भारत को जीत मिली थी।
आईसीसी रैंकिंग में नौवें नंबर पर काबिज बांग्लादेश ने चार दिन और दो सत्र तक मैच को खिंचा जिसकी किसी ने उम्मीद नहीं की होगी। बांग्लादेश ने दोनों पारियों में करीब 230 ओवर खेले। भारतीय गेंदबाजों की भी तारीफ करनी होगी जिन्होंने पिच से कोई मदद नहीं मिलने के बावजूद जबर्दस्त धैर्य का परिचय दिया।
स्पिनर रविंद्र जडेजा ने 37 ओवर में 78 रन देकर चार विकेट लिये जबकि आर अश्विन ने 30 . 3 ओवर में 73 रन देकर चार विकेट चटकाये। ईशांत शर्मा ने 13 ओवर में 40 रन देकर दो विकेट हासिल किये। बांग्लादेश को मैच बचाने के लिये आखिरी दो सत्र में 58 ओवर खेलने थे लेकिन लंच के बाद ईशांत ने बेहतरीन स्पैल फेंककर उसकी सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
उसने शार्ट गेंद फेंककर शब्बीर रहमान : 22 : को पूल शाट खेलने के लिये मजबूर किया और फाइन लेग सीमा पर गेंद सीधे फील्डर भुवनेश्वर कुमार के हाथों में गई। इसके बाद रिवर्स स्विंग डालकर उसने महमुदुल्लाह रियाद : 64 : को पगबाधा आउट किया। महमूदुल्लाह के जाने के बाद बांग्लादेश की हार तय हो गई थी।
मेहदी हसन मिराज ने 60 गेंद में 23 रन बनाये और वह आउट होने वाले आठवें बल्लेबाज थे। उन्होंने जडेजा की गेंद पर विकेट के पीछे रिधिमान साहा को कैच थमाया।
जडेजा ने चौथा विकेट तैजुल इस्लाम : 6 : के रूप में लिया जिन्होने खराब पुल शाट खेलकर केएल राहुल को कैच थमाया। वहीं अश्विन ने तसकीन अहमद को पगबाधा आउट करके बांग्लादेशी पारी का अंत किया।
भारतीय खिलाडि़यों की ओर से जीत का कोई जश्न नहीं था। बस कुछ खिलाडि़यों ने यादगार के तौर पर गिल्लियां उठा ली थी। मैच में पांचवां दिन बल्लेबाजी के लिये मददगार था लेकिन सीमित ओवरों का क्रिकेट खेलने के आदी बांग्लादेशी बल्लेबाजों को टेस्ट बचाना नहीं आता जो अपने आप में एक कला है।
कप्तान मुशफिकर रहीम : 23 : खराब शाट खेलकर आउट हुए जबकि वह महमुदुल्लाह के साथ पांचवें विकेट के लिये 56 रन जोड़ चुके थे।
इस साझेदारी को तोड़ने का श्रेय आर अश्विन को जाता है जिसने यह देखकर अपनी लैंग्थ में बदलाव किया कि दोनों बांग्लादेशी बल्लेबाज अपने पैर का बेहतरीन इस्तेमाल कर रहे हैं।
मुशफिकर ने अश्विन की गेंद पर उंचा शाट खेला और मिड आफ पर खड़े जडेजा ने कुछ कदम पीछे चलकर आसान कैच लपका। जडेजा ने शाकिब : 22 : को फारवर्ड शार्ट लेग पर खड़े चेतेश्वर पुजारा के हाथों लपकवाया। महमूदुल्लाह ने अपना अर्धशतक 115 गेंद में छह चौकों की मदद से पूरा किया था। भाषा