भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच वर्ल्ड कप का मैच साउथेम्प्टन खेला जा रहा है। दक्षिण अफ्रीकी टीम ने भारत के सामने 228 रनों का लक्ष्य रखा। दक्षिण अफ्रीका ने 50 ओवर में 9 विकेट खोकर 227 रन बनाए। चहल ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए। दक्षिण अफ्रीका की ओर से क्रिस मोरिस ने 42 रनों की पारी खेली। भुवनेश्वर कुमार ने आखिरी ओवर में दो विकेट लिए।
जवाब में भारत का स्कोर 16 ओवर में 54 रन पर दो विकेट हो गया है। विराट कोहली 18 रन और शिखर धवन 8 रन बनाकर आउट हुए। फिलहाल रोहित शर्मा और केएल राहुल क्रीज पर मौजूद हैं।
ठंडी हवांए तेज गेंदबाजो को करेंगी मदद
आपको बता दें इसके अलावा, बारिश का पूर्वानुमान आज भी है और एक उम्मीद कर सकते हैं कि खेल और ओवर भी कम हो सकते हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार वहां पर तेज बारिश हो रही है, जिसके चलते तापमान भी कम रहेगा और सुबह काफी ठंडी रहेगी, साथ ही तेज हवाएं भी चलेंगी जो तेज गेंदबाजों की मदद कर सकती है। तापमान 15-17 डिग्री सेल्सियस के आसपास मंडराता रहेगा, और खिलाड़ियों के लिए और अधिक ठंडक होगी। ऐसे में दोनों टीमों के कप्तान अपने तेज गेंदबाजो पर दांव खेलेंगे।
डीआरएस की स्थिति में टॉस होगा अहम
नतीजतन, विराट कोहली और फाफ डू प्लेसी की नजरें डीआरएस पर होगी और टॉस के दौरान वे इस पर विचार करेंगे। भारतीय क्रिकेट टीम का हाल के दिनों में दक्षिण अफ्रीका पर अच्छा रिकॉर्ड रहा है और वह जीत का सिलसिला बनाए रखने की उम्मीद करेगी। ऐसे संकेत हैं कि मोहम्मद शमी भुवनेश्वर के लिए रास्ता बना सकते हैं, लेकिन इस संबंध में अभी तक कोई पुष्टि नहीं की गई है। उस स्थिति में, विजय शंकर केदार जाधव की जगह हार्दिक पांड्या के साथ तीसरे सीमर के कर्तव्यों को साझा करेंगे।
एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज की भूमिका होगी अहम
इसी के चलते विराट ने कहा कि दो नई गेंद से गेंदबाजी करते वक्त एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज की भूमिका बेहद ही अहम हो जाती है। पिच पर बल्लेबाजी करना शुरू के दस ओवरों में आसान नहीं होगा, वहीं तेज गेंदबाजो को इसका फायदा मिल सकता है। उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर अपनी गेंदबाजी के अलावा बल्लेबाजी से भी टीम में योगदान कर सकते हैं। ऐसे में यदि केदार जाधव फिट हुए और परिस्थितियां तेज गेंदबाजों के लिए अनुकुल हुई तो भारत एक स्पिनर को बाहर बैठाया जा सकता है।
सुबह और दोपहर में हालात होंगे अलग
भारतीय कप्तान ने कहा कि बल्लेबाजों के लिए इंग्लैंड में सुबह 10.30 बजे बल्लेबाजी करना आसान नहीं होगा। हमने इस बारे में चर्चा की है और गेंदबाजी की नजरिए से देखे, तो यदि आप दो स्पिनर और दो या तीन तेज गेंदबाजों के साथ मैदान में उतरते हैं, तो शुरुआत में हालात कुछ और होंगे और दोपहर में कुछ और, ऐसी स्थिति से गेंदबाज ही अहम साबित होंगे।
वर्ल्ड कप में दोनों टीमों का रिकॉर्ड
वनडे वर्ल्ड कप में जीत की बात करें तो दक्षिण अफ्रीका का रिकॉर्ड भारत से बेहतर है। दोनों ही टीमें इससे पहले चार बार भिड़ चुकी हैं। इसमें से तीन बार दक्षिण अफ्रीका ने जीत हासिल की है, जबकि भारत को एक ही बार सफलता हासिल हुई है। पहली बार भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीमें 1992 वर्ल्ड कप में आमने-सामने आई थी। इस मुकाबले को दक्षिण अफ्रीका ने छह विकेट से जीता था। दूसरी भिड़ंत 1999 के वर्ल्ड कप में हुई, इस मुकाबले में भी दक्षिण अफ्रीका भारत पर भारी पड़ा था। उसने भारत को चार विकेट से शिकस्त दी थी। तीसरी भिड़ंत 2011 के वर्ल्ड कप में हुई। इस वर्ल्ड कप में भी टीम इंडिया को तीन विकेट से हार मिली थी। इसी वर्ल्ड कप में भारत ने ट्रॉफी अपने नाम की थी। चौथा मुकाबला 2015 के वर्ल्ड कप में हुआ और इस मुकाबले को भारत ने 130 रनों के बड़े अंतर से जीता था।
टीमें:
भारत: विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, केएल राहुल, महेंद्र सिंह धोनी, हार्दिक पांड्या, केदार जाधव, विजय शंकर, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, दिनेश कार्तिक , रवींद्र जडेजा
दक्षिण अफ्रीका: फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), क्विंटन डी कॉक, एडेन मार्कराम, हाशिम अमला, जेपी डुमिनी, डेविड मिलर, डेल स्टेन, कैगिसो रबाडा, ड्वाइन प्रीटोरियस, एंडाइल फेहलुकवेओ, तबरेज शम्शी, इमरान ताहिर, लुंग। क्रिस मॉरिस, रासी वैन डेर डूसन।