धोनी ने इस साल के शुरू में भारत की सीमित ओवरों की टीम की कप्तानी छोड़ दी थी लेकिन वह टीम में बने हुए हैं। इसी तरह से वह पुणे फ्रेंचाइजी की तरफ से एक खिलाड़ी के रूप में खेलते रहेंगे।
राइजिंग सुपरजाइंट्स के मालिक संजीव गोयनका ने पीटीआई से कहा, धोनी ने इस्तीफा नहीं दिया। हमने आगामी सत्र के लिये स्टीव स्मिथ को कप्तान नियुक्त किया है। सच में कहूं तो पिछला सत्र हमारे लिये अच्छा नहीं रहा और हम चाहते थे कि कोई युवा खिलाड़ी टीम की अगुवाई करें और हमने आगामी सत्र से पूर्व इसमें बदलाव किये।
यह पहला अवसर है जबकि सभी प्रारूपों से भारतीय टीम की कप्तानी छोड़ने वाले धोनी को उनके पद से हटाया गया। यह फैसला बेंगलुरू में सोमवार को होने वाली खिलाडि़यों की नीलामी से एक दिन पहले किया गया।
गोयनका ने कहा, मैं एक कप्तान और इंसान के रूप में धोनी का पूरा सम्मान करता हूं। धोनी हमारी टीम का हिस्सा बने रहेंगे। फ्रेंचाइजी के सर्वश्रेष्ठ हित में लिये गये फैसले का उन्होंने समर्थन किया है।
धोनी 2008 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट के सबसे महंगे खिलाड़ियों में से एक हैं और वह सबसे सफल भी रहे हैं। वह 2008 से 2015 तक अब निलंबित चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान रहे और उन्होंने टीम को 2010 और 2011 में खिताब दिलाये। इसके अलावा उनकी अगुवाई में चेन्नई ने 2010 और 2014 में चैंपियन्स लीग टी20 टूर्नामेंट का खिताब भी जीता।
चेन्नई और राजस्थान रायल्स पर दो साल का प्रतिबंध लगने तथा पुणे और गुजरात लायन्स के रूप में दो नयी फ्रेंचाइजी जुड़ने के बाद आईपीएल में एकमात्र डाप्ट में दिसंबर 2015 में सबसे पहले जिस खिलाड़ी को चुना गया वह धोनी थे। दोनों नयी फ्रेंचाइजी टीमों को पांच पांच खिलाड़ी चुनने का विकल्प दिया गया था।
इसके बाद से ही धोनी पुणे फ्रेंचाइजी के साथ थे। उनकी जगह 27 वर्षीय स्मिथ को कप्तान बनाया गया है जो अभी ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान भी हैं। स्मिथ को 2014-15 में टेस्ट कप्तान नियुक्त किया गया था और 2015 विश्व कप के बाद से वह वनडे टीम के कप्तान भी हैं।
पुणे का पिछले सत्र में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था और वह आठ टीमों में किंग्स इलेवन पंजाब से उपर सातवें स्थान पर रहा था। पूरे सत्र में उसकी टीम खिलाडि़यों के चोटिल होने की समस्या से जूझती रही थी। केविन पीटरसन, फाफ डु प्लेसिस और स्टीव स्मिथ जैसे खिलाड़ी चोटिल होने के कारण हट गये थे। भाषा