नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध के बीच असम के गुवाहाटी में रविवार यानी पांच जनवरी को भारत अपने नए साल के अभियान का आगाज करने जा रही है। सामने एशिया की ही एक और क्रिकेट शक्ति श्रीलंकाई टीम है। इस मैच को लेकर राज्य प्रशासन, बीसीसीआई और असम क्रिकेट एसोसिएशन (एसीए) किसी भी तरह का कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते, यही कारण है कि बारसापारा क्रिकेट स्टेडियम के भीतर क्रिकेट प्रशंसक पोस्टर, बैनर या प्लेकार्ड भी नहीं ले जा पाएंगे।
एसोसिएशन के सचिव ने दी जानकारी
असम क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव देवजीत सैकिया ने कहा कि, न केवल असम के लोग, बल्कि हर कोई परेशान हैं। यह एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम है और इसमें सुरक्षा उपायों को बढ़ाया जाएगा। खेल के दौरान '4' और '6' दिखाते हुए प्लेकार्ड्स की भी अनुमति नहीं होगी, क्योंकि उनका उपयोग 'विज्ञापनों' के लिए किया जा सकता है। सैकिया ने कहा कि 'मार्कर' भी अंदर नहीं ले जाए जा सकते।
कुछ ही चीजों की अनुमती
केवल पुरुषों के पर्स, महिलाओं के हैंडबैग, मोबाइल फोन और वाहन की चाबी की अनुमति होगी। इसके पहले 2017 में गुवाहाटी में खेले गए टी-20 के बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम बस की खिड़की भी तोड़ी गई थी। तख्तियों और पोस्टरों के साथ मैदान में मैच देखने की अनुमति नहीं दिए जाने की वजह बताते हुए सैकिया ने कहा कि इसका सीएए विरोध से कोई लेना-देना नहीं है।
27 हजार टिकट बिके
साथ ही बीसीसीआई प्रतिनिधि एम. मजूमदार ने कहा- अब तक मैच के 27 हजार टिकट बिक चुके हैं। गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम की क्षमता 39,400 दर्शकों की है। मैच हाउसफुल रहेगा। हाल ही में एसीए के अध्यक्ष रोमेन दत्ता ने कहा था कि पहले यहां सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ था, लेकिन अब स्थिति नियंत्रण में है। हमने स्टेडियम और दोनों टीमों की सुरक्षा पुलिस को सौंप दी है। वह स्थिति पर नजर रखे हुए हैं, ताकि हालात नियंत्रण में रहे।
गौरतलब है कि भारत और श्रीलंका की टीमें तीन मैचों की टी-20 सीरीज खेलेंगी। रविवार को गुवाहाटी के बाद दूसरा टी-20 मुकाबला 7 जनवरी को इंदौर में और तीसरा मैच पुणे में 10 जनवरी को खेला जाएगा।