बीसीसीआई ने भारतीय टीम के प्रशासनिक प्रबंधक सुनील सुब्रमण्यम को कैरेबियाई सरजमीं में भारतीय उच्चायोग के वरिष्ठ अधिकारियों से कथित दुर्व्यवहार के कारण बुधवार को वेस्टइंडीज दौरे के बीच से वापस बुला लिया है। बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने पीटीआई से कहा कि सुब्रमण्यम को मुंबई में बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी के समक्ष पेश होना होगा और भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के वरिष्ठ अधिकारी से इस कथित दुर्व्यवहार का जवाब देना होगा।
जल सरंक्षण परियोजना की वजह से थे टीम के साथ
आईएफएस अधिकारी ने 'जल सरंक्षण' को बढ़ावा देने के लिए खिलाड़ियों के साथ एक वीडियो शूट के सरकार के अनुरोध के लिए संपर्क किया था। बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारतीय टीम की 'जल सरंक्षण' परियोजना के लिए काफी लंबी शूटिंग थी और उन्हें इसकी देखरेख करनी थी। इस शूटिंग के समाप्त होने पर उन्हें एक ईमेल भेजा गया जिसमें उन्हें पहली फ्लाइट लेकर वापस लौटने को कहा गया। यह देखना होगा कि सुब्रमण्यम को प्रशासनिक प्रबंधक के साक्षात्कार के लिए पेश होने का मौका मिलेगा या नहीं, जिन्हें छंटनी के बाद इसके लिए चुना गया था।
बिना शर्त माफी की पेशकश की है
तमिलनाडु के पूर्व स्पिनर ने गयाना और त्रिनिदाद एंव टोबैगो में भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों के साथ कथित दुर्व्यवहार के लिए बिना शर्त माफी की पेशकश की। लेकिन इस घटना से उनका राष्ट्रीय टीम के साथ यह पद गंवाना निश्चित है। पता चला है कि सुब्रमण्यम ने अपने कथित दुर्व्यवहार के लिए तनाव को जिम्मेदार बताया।
तनाव को बताया दुर्व्यवहार की वजह
अधिकारी ने कहा कि अपने माफीनामे में उन्होंने कहा कि उनकी नींद पूरी नहीं हुई थी और वह तनाव में थे जिससे वह इस तरह का व्यवहार कर बैठे। उन्होंने बिना शर्त माफी मांग ली है। लेकिन आपको समझना होगा कि यह मामला सरकार के उच्च स्तर के अधिकारियों के पास पहुंच गया है और बीसीसीआई इस मामले पर ज्यादा कुछ नहीं कर सकता।
बीसीसीआई अधिकारियों के फोन भी नहीं उठाए थे
उन्होंने कहा कि पहले महसूस किया गया कि उन्हें 16 अगस्त को मुंबई में बुलाया जाएगा लेकिन उस दिन सभी साक्षात्कार कराए जाएंगे। इसलिए अब वह तब तक चेन्नै जाएंगे और फिर सीईओ के समक्ष पेश होने के लिए बुलाया जाएगा। सुब्रमण्यम (52 वर्ष) पर आरोप था कि वह वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के फोन की लगातार अनदेखी कर रहे थे। फिर उन्होंने बीसीसीआई अधिकारियों के फोन भी नहीं उठाए।
रविचंद्रन अश्विन के पूर्व कोच रहे हैं
इस वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि त्रिनिदाद एवं टोबैगो में भारतीय उच्चायोग के बहुत वरिष्ठ व्यक्ति ने उनसे सहयोग की मांग की तो उन्होंने उनसे कहा कि मुझे बार बार संदेश मत भेजो। बीसीसीआई को पता चला कि उन्होंने उनके फोन भी नहीं उठाए जबकि वे सरकार के निर्देश का पालन कर रहे थे। रविचंद्रन अश्विन के पूर्व कोच सुब्रमण्यम ने 74 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं और 285 विकेट चटकाए हैं।