मजे की बात यह रही कि सीन विलियम्स को छोड़कर जिम्बाब्वे का कोई खिलाड़ी अर्द्धशतक भी नहीं बना पाया, हालांकि यूएई की तरफ से सिर्फ शैमन अनवर ने ही 67 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली।
सीन विलियम्स ने सबसे अधिक और नाबाद 76 बनाए। 48वें ओवर की आखिरी तीन गेंदों पर लगातार तीन चौके जड़ते हुए विलियम्स ने अपनी टीम को रोमांचक जीत दिला दी। 286 रन के लक्ष्य के जवाब में एक समय जिम्बाब्वे की टीम मुश्किल में फंस गई थी और उसने 167 रन पर 5 विकेट गंवा दिए थे।
विलियम्स और इर्विन की जोड़ी ने टीम पर बढ़ते हार के खतरे को टाला । इन दोनों ने न सिर्फ विकेटों के गिरने पर ब्रेक लगाई बल्कि रन रेट भी तेजी से बढ़ाया। इन दोनों ने छठे विकेट के लिए सिर्फ 62 गेंदों पर 83 रनों की जोरदार साझेदारी करते हुए यूएई की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। 250 रन के स्कोर पर इर्विन को आउट कर चंद्रान ने इस जोड़ी को तोड़ तो दिया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी और इसके बाद जिम्बाब्वे ने बिना और कोई विकेट खोए मैच 4 विकेट से अपने नाम कर लिया। जिम्बाब्वे के लिए टेलर ने 47, रजा ने 46, इर्विन ने 42 और चकाबवा ने 35 रनों की पारी खेली।
 इससे पहले क्रिकेट वर्ल्ड कप में करीब 20 साल बाद वापसी करने वाली संयुक्त अरब अमीरात की टीम ने अपने पहले मुकाबले में शानदार बल्लेबाजी करते हुए बड़ा स्कोर खड़ा किया था। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी यूएई की पूरी टीम बेहतर खेल का प्रदर्शन करती नजर आई। बल्लेबाजी की पंक्ति में शैमन अनवर खासे प्रभावी साबित हुए , जिन्होंने 50 गेंदों में 9 चौके और 1 छक्के की मदद से 67 रन बनाए। टीम ने आखिरी 10 ओवर्स में अपने लिए 81 रन बनाए।
 आठवें विकेट के लिए अहमद जावेद और मोहम्मद नवीद के बीच 55 रन की साझेदारी भी काफी अहम रही। दोनों ने 9.08 के स्ट्राइक रेट से आखिरी 5.5 ओवर्स में यह रन बनाए। जावे 24 रन बनाकर जबकि नवीद 23 रन बनाकर नॉट आउट रहे।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    