एएफसी एशियन कप 2019 में सोमवार को बहरीन के हाथों मिली मात के बाद भारतीय फुटबॉल टीम के कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि बहरीन ने शारजाह स्टेडियम में खेले गए 'करो या मरो' मुकाबले में भारत को 1-0 से हराया।
भारत का सोमवार को एएफसी एशियन कप 2019 के राउंड-16 में पहुंचने का सपना टूट गया। शारजाह स्टेडियम में खेले गए गए 'करो या मरो' मुकाबले में भारत को बहरीन से 0-1 से हार का सामना करना पड़ा। बहरीन की ओर से खेल के आखिरी वक्त (90+1) में निर्णायक गोल जमाल रशीद ने किया और भारतीय टीम को एशियन कप से बाहर की राह दिखाई। इस जीत के साथ ही बहरीन चार अंक हासिल करके राउंड-16 में पहुंच गई है। थाईलैंड के खिलाफ शानदार आगाज करने वाले भारतीय टीम की शुरुआत बेशक शानदार रही, लेकिन अपने दोनों मुकाबले में भारतीय टीम को करारी हार झेलनी पड़ी।
भारत का प्रदर्शन
ग्रुप ए में यूएई पांच अंकों के साथ पहले स्थान पर, जबकि बहरीन और थाईलैंज 4-4 अंकों के साथ क्रमशः तीसरे और चौथे स्थान पर मौजूद है। वहीं, भारतीय टीम 3 अंकों के साथ सबसे निचले स्थान पर रही। भारत ने इस टूर्नामेंट में कुल तीन मैच खेले, जिसमें 1 में जीत, जबकि दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा।
जानिए इस्तीफा देने वाले कोच कांस्टेनटाइन के बारे में
कांस्टेनटाइन के कार्यकाल में भारतीय फुटबॉल टीम ने जबर्दस्त प्रदर्शन किया और टॉप 100 में शामिल हुई। टीम 13 मैचों में अजेय रही। गौरतलब है कि इंग्लैंड के स्टीफन कांस्टेनटाइन को साल 2015 में भारतीय फुटबॉल टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया था। इस दौरान उन्हें अंडर-23 राष्ट्रीय टीम का भी कोच बनाया गया था।
कांस्टेनटाइन ने क्या कहा?
कांस्टेनटाइन ने मैच के बाद कहा, 'मैं महसूस करता हूं कि मेरा काम अब पूरा हो चुका है। अब भारतीय खिलाड़ी पिछले चार साल के मुकाबले बेहतर स्थिति में हैं।' इससे पहले भी कांस्टेनटाइन 2002 से 2005 के बीच भारतीय टीम के कोच रहे थे। कांस्टेनटाइन के कार्यकाल में भारत ने वियतनाम में एलजी कप जीता था। इसके अलावा एफ्रो एशियन गेम्स में भारतीय टीम उपविजेता रही थी। बता दें कि भारतीय फुटबॉल टीम के कोच बनने से पहले कांस्टेनटाइन रवांडा की राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच थे।