भारत के पूर्व कप्तान और बेंगलुरु स्थिति नेशनल क्रिकेट एकेडमी के डायरेक्टर राहुल द्रविड़ को हितों के टकराव के मामले में बड़ी राहत मिली है। द्रविड़ को तमाम आरोपों से बरी कर दिया गया है। बीसीसीआई के एथिक्स ऑफिसर रिटायर्ड जस्टिस डीके जैन ने मामले के सभी पहलुओं को जांचने और द्रविड़ के बयान के बाद ये फैसला दिया है।
सबसे अंत में हुआ द्रविड़ का बयान
बता दें इस मामले में दो सुनवाई हुई। सबसे अंत में द्रविड़ के बयान हुए थे। गुरुवार को जस्टिस डीके जैन ने द्रविड़ को इस मामले में क्लीन चिट दे दी है। गौरतलब है कि द्रविड़ के खिलाफ हितों के टकराव की शिकायत की गई थी कि वे नेशनल क्रिकेट एकेडमी के डायरेक्टर भी हैं और इंडिया सीमेंट्स प्रायवेट लिमिटेड में उपाध्यक्ष भी हैं। ऐसे में वे दोनों जगह से पद का लाभ ले रहे हैं। लेकिन जस्टिस डीके जैन ने उनके खिलाफ हितों के टकराव का मामला नहीं पाया।
संजीव गुप्ता ने शिकायत की दर्ज
मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने द्रविड़ पर हितों के टकराव को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। द्रविड़ पर आरोप था कि वे एक समय पर एक से ज्यादा पद पर हैं जो कि बीसीसीआई के संविधान का उल्लंघन है। बीसीसीआई ने द्रविड़ को जुलाई में नेशनल क्रिकेट एकेडमी के डायरेक्टर पद पर नियुक्त किया था। इसके साथ ही वे इंडिया सीमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड में उपाध्यक्ष पद पर भी थे। शिकायत में दावा था कि इंडिया सीमेंट्स कंपनी का संबंध चेन्नई सुपर किंग्स से है। ऐसे में द्रविड़ दोनों जगह से पद का लाभ ले रहे हैं।
शिकायत की खारिज
जस्टिस डीके जैन ने अपने आदेश में कहा कि द्रविड़ के खिलाफ टकराव का मामला बन नहीं पाया। ऐसे में ये शिकायत खारिज की जाती है। शिकायत में कोई आधार नहीं था। राहुल द्रविड़ पर हितों के टकराव का मामला नहीं बनता। मैं मौजूदा तथ्यों के आधार पर संतुष्ट हूं कि यहां नियमों का पूरी तरह से पालन हुआ है और हितों के टकराव का कोई मामला नहीं बनता। ऐसे में पुख्ता आधार की कमी में ये शिकायत खारिज की जाती है।
दो बार हुए पेश
बता दें कि द्रविड़ इस मामले में पिछले दिनों ही जस्टिस डीके जैन के सामने पेश हुए थे और उन्होंने अपने बयान दर्ज कराए थे। द्रविड़ ने उन्हें बताया कि उन्होंने इंडिया सीमेंट्स के साथ अपना संबंध निलंबित कर रखा है और उन्हें वहां से कोई पैसा नहीं मिलता। इस बात के प्रमाण में उन्होंने इंडिया सीमेंट्स का पत्र भी प्रस्तुत किया था। द्रविड़ दो बार पेश हुए। वे पहली बार 26 सितंबर और फिर 12 नवंबर को पेश हुए।