भारतीय ओलंपिक संघ के सचिव राजीव मेहता की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही है। 2014 में कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान स्कॉटलैंड में पुलिस द्वारा पकड़े जाने का मामला, जल्द ही सार्वजनिक हो सकता है।
केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) ने 8 अक्टूबर को एक अपील पर सुनवाई करते हुए केंद्रीय खेल मंत्रालय को 21 दिन के भीतर 2014 में स्कॉटलैंड में हुई राजीव मेहता की गिरफ्तारी के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि 2014 में कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान राजीव को स्कॉटलैंड पुलिस ने किसी मामले में गिरफ्तार कर लिया था। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया। जिसे लेकर अधिकांश आरोप लगते हैं कि भारत सरकार ने इन्हें छुड़ाने के लिए राजनयिक चैनल का इस्तेमाल किया था।
इसे लेकर जब याचिकाकर्ता ने एडिनबर्ग के वाणिज्य दूतावास में एक आरटीआई दायर की, तो उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी की जानकारी साबित करने से विदेशी राज्य के साथ भारत के संबंध प्रभावित होंगे। लेकिन, आरटीआई के जवाब में वाणिज्य दूतावास जनरल ने खुलासा किया कि गिरफ्तारी पर रिपोर्ट की एक प्रति खेल मंत्रालय (भारत सरकार) को भेजी गई थी। आवेदक ने जब खेल मंत्रालय से रिपोर्ट की उस प्रति के बारे में पूछा तो इससे इंकार कर दिया गया। फिर उन्होंने केंद्रीय सूचना आयोग से संपर्क किया।
मेहता की गिरफ्तारी के बारे में कई बातें कही जा रही हैं। कुछ ने दावा किया कि वह लाइसेंस के बिना गाड़ी चला रहा था, जबकि चुछ का कहना है कि वह शराब पीकर ड्राइविंग कर रहा था। कई लोग दावा करते हैं कि स्कॉटलैंड पुलिस ने उसे हिट एंड रन केस और अन्य गलत व्यवहार के कारण गिरफ्तार किया था। अब खेल मंत्रालय की रिपोर्ट सामने आने के बाद ही वास्तविक कारणों का पता चल पाएगा।