दीपा ओलंपिक में भाग लेने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट है। दीपा ने ओलंपिक पदक लाने में अपनी असफलता के लिये लोगों से माफी मांगी और उन्हें वादा किया कि अगली बार वह ऐसा जरूर करेंगी।
दीपा ने कहा, रियो ओलंपिक जाने से पहले मुझे भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने पूछा था कि मुझे विदेशी कोच के मार्गदर्शन में विदेशी ट्रेनिंग की जरूरत है। तो मैंने कहा था कि भारतीय कोचों में अपने शिष्यों को ट्रेनिंग देने के लिये काफी ऊर्जा है। मैं बिश्वेश्वर नंदी की कोचिंग से बहुत खुश हूं।
उन्होंने कहा, साक्षी और सिंधु ने रियो में पदक हासिल किये, उनके भी भारतीय कोच ही थे। देश की महिला खिलाडि़यों के ओलंपिक में प्रदर्शन पर खुशी जाहिर करते हुए दीपा ने कहा, मैं सभी से अपील करती हूं कि लड़कियों को बचाओ और उन्हें प्रोत्साहित करो। त्रिपुरा सरकार ने दीपा को प्रशस्ति पत्र दिया। मुख्यमंत्री माणिक सरकार और खेल मंत्री शाहिद चौधरी ने नंदी को भी प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि दीपा को खेल एवं युवा मामलों के विभाग में पदोन्नति देते हुए सहायक निदेशक बना दिया जायेगा जिसमें वह अभी खेल अधिकारी हैं। उनके कोच को भी उप निदेशक बनाया जायेगा जो अभी सहायक निदेशक हैं। त्रिपुरा के शिक्षा मंत्री तपन चक्रवर्ती ने घोषणा की कि कल दीपा के सम्मान में राज्य के सभी स्कूल और कालेज में छुट्टी रखी जायेगी।
एजेंसी