नीदरलैंड ने अपने दोनों गोल पेनल्टी कार्नर पर रोजर होफमैन (32वें मिनट) और मिंक वान डेर वीरडन (54वें मिनट) के जरिये किया। भारत ने भी अपना एकमात्र गोल वीआर रघुनाथ (38वें मिनट) के जरिये पेनल्टी कार्नर पर किया। इस हार के बावजूद भारत पूल बी का एक अन्य मैच मौजूदा ओलंपिक चैंपियन जर्मनी और अर्जेंटीना का मैच 4-4 से बराबर छूटने से क्वार्टर फाइनल में पहुंच गया। भारत अब पूल बी में चार मैचों में छह अंक लेकर तीसरे स्थान पर है। यदि वह कल अपने आखिरी लीग मैच में कनाडा से हार भी जाता है तब भी उसका आखिरी आठ में स्थान तय है। पूल ए और पूल बी से शीर्ष चार पर रहने वाली टीमें क्वार्टर फाइनल में जगह बनाएंगी। भारत और नीदरलैंड के बीच मैच में आखिरी कुछ क्षणों में काफी रोमांचक खेल देखने को मिला। भारत ने अंतिम लम्हों में कड़ी चुनौती पेश की। मुकाबले में जब सिर्फ चार मिनट बचे थे और भारत 1-2 से पिछड़ रहा था जब टीम ने गोलकीपर पीआर श्रीजेश की जगह एक अतिरिक्त फारवर्ड उतार दिया।
भारत को इसका फायदा भी मिला जब उसे वीडियो रेफरल के जरिये मैच खत्म होने से छह सेकेंड पहले अपना चौथा पेनल्टी कार्नर मिला। इस पेनल्टी कार्नर के बाद भारत को लगातार चार और पेनल्टी कार्नर मिले लेकिन चार शाट लेने वाले वाले रूपिंदर पाल सिंह और रघुनाथ ड्रैग फ्लिक के जरिये गोलकीपर याप स्काटमैन की अगुआई वाले नीदरलैंड के डिफेंस को भेदने में नाकाम रहे। भारत और नीदरलैंड दोनों ने सतर्क शुरूआत की। भारत ने शुरूआती 15 मिनट में गेंद को अपने कब्जे में अधिक रखा लेकिन गोल करने का कोई मौका नहीं बना पाया। नीदरलैंड की टीम ने भी भारत के खेल को परखने में समय लिया लेकिन टीम धीरे-धीरे दबाव बनाने लगी। नीदरलैंड के लिए गोल करने का पहला अच्छा मौका हर्ट्जबर्गर के पास पर बनाया लेकिन दोनों की मौकों पर भारतीय गोलकीपर श्रीजेश ने चपलता दिखाते हुए विरोधी टीम को गोल से महरूम रखा। अपना 100वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे एसके उथप्पा और एसवी सुनील ने दायें छोर से अच्छा मूव बनाया लेकिन नीदरलैंड के डिफेंस को नहीं भेद पाए।
पहले दो क्वार्टर गोलरहित रहने के बाद नीदरलैंड ने 32वें मिनट में होफमैन के जरिये बढ़त बनाई जिन्होंने पहले पेनल्टी कार्नर पर डेनी वान डेर मीरडन के शाट पर रिबाउंड पर गोल दागा। भारत ने हालांकि छह मिनट के भीतर रघुनाथ के गोल के जरिये बराबरी हासिल की जिन्होंने लगातार दो पेनल्टी कार्नर में से दूसरे को गोल में बदला। तीसरे क्वार्टर के अंतिम लम्हों में नौ खिलाडि़यों से खेलने के बावजूद भारत ने विरोधी टीम को गोल नहीं करने दिया। क्वार्टर में जब तीन मिनट से कुछ अधिक का समय बचा था तब सुनील और रघुनाथ को अलग-अलग घटनाओं में पीले कार्ड दिखाए गए। नीदरलैंड ने तीसरे क्वार्टर में भारत पर दबाव बनाया। टीम को जल्दी-जल्दी तीन पेनल्टी कार्नर मिले। श्रीजेश ने दो प्रयासों को तो नाकाम किया लेकिन मिंक वान डेर मीरडन ने तीसरे पर गोल दागकर नीदरलैंड को 2-। की बढ़त दिला दी। भारत को इसके बाद छह पेनल्टी कार्नर मिले जिसमें से पांच अंतिम सेकंडों में मिले लेकिन टीम बराबरी हासिल नहीं कर पाई।
एजेंसी