जापान की नाओमी ओसाका ने शनिवार को यहां ऑस्ट्रेलियन ओपन में वुमन्स सिंगल्स का खिताब जीत लिया। फाइनल में उन्होंने चेक गणराज्य की पेट्रा क्वितोवा को 7-6, 5-7, 6-4 से हराया। ओसाका ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने वाली पहली जापानी खिलाड़ी हैं। इस जीत के साथ ही वे सोमवार को जारी होने वाली डब्ल्यूटीए रैंकिंग में टॉप पर पहुंच जाएंगी। वे टेनिस में सिंगल्स की वर्ल्ड रैंकिंग में टॉप पर पहुंचने वाली पहली एशियाई खिलाड़ी होंगी।
रिकॉर्ड बनाने से चूकीं क्वितोवा
अगर पेट्रा क्वितोवा टूर्नामेंट का फाइनल जीत जातीं तो वे वर्ल्ड रैंकिंग में टॉप पर पहुंच जातीं। यही नहीं, यदि 28 साल 326 दिन की क्वितोवा टेनिस के ओपन एरा (1968 से) में वर्ल्ड रैंकिंग में पहली बार टॉप पर पहुंचने वाली सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी बन जातीं। हालांकि, ऐसा नहीं हो पाया।
ओसाका ने चीन की ली ना को पीछे छोड़ा
वर्ल्ड रैंकिंग में एशियाई खिलाड़ियों के प्रदर्शन की बात की जाए तो ओसाका से पहले तक चीन की ली ना शीर्ष पर थीं। फ्रेंच ओपन और ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीत चुकीं ली ना के करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग दो थी। जो उन्होंने 17 फरवरी 2014 को हासिल की थी। उनके अलावा कोई भी एशियाई रैंकिंग में दो नंबर तक नहीं पहुंच पाया है। हालांकि, डबल्स में भारत के लिएंडर पेस, महेश भूपति और सानिया मिर्जा वर्ल्ड नंबर वन रहे चुके हैं।
अभी हालेप हैं नंबर-1
मौजूदा वर्ल्ड रैंकिंग में रोमानिया की सिमोना हालेप नंबर-1 हैं। उनके 6642 अंक हैं। ओसाका अभी चौथे नंबर पर हैं। उनके 5270 अंक हैं। ग्रैंड स्लैम का फाइनल जीतने वाली खिलाड़ी को 2000 अंक मिलते हैं। इस हिसाब से अगली डब्ल्यूटीए रैंकिंग में उनके 7270 अंक हो जाएंगे और वे वर्ल्ड रैंकिंग में टॉप पर पहुंच जाएंगी।
ओसाका ने सेरेना की बराबरी की
ओसाका यह दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है। इससे पहले वे पिछले साल यूएस ओपन में चैम्पियन बनी थीं। उन्होंने लगातार यूएस ओपन और ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीतकर सेरेना विलियम्स की बराबरी की। सेरेना तीन बार कर चुकी हैं। सेरेना 2002 में यूएस ओपन और 2003 में ऑस्ट्रेलियन ओपन, 2008 में यूएस ओपन और 2009 में ऑस्ट्रेलियन ओपन और 2014 में यूएस ओपन और 2015 में ऑस्ट्रेलियन ओपन चैम्पियन बनी थीं।