कप्तान अमृतराज और कोच जीशान अली दोनों के अनुबंध की समीक्षा होनी है और इस तरह की अटकलें हैं कि एआईटीए शायद अमृतराज का अनुबंध नहीं बढ़ाए क्योंकि हाल में इस तरह की खबरें आई थी कि वह टीम में अनुशासन बकरार रखने में विफल रहे हैं।
एआईटीए के अधिकारियों का कहना है कि बदलाव हो सकता है क्योंकि वे चाहते हैं कि नियमों और अनुशासन को लागू किया जाए। अमृतराज और जीशान दोनों के अनुबंध इस महीने समाप्त हो रहे हैं जबकि भारत अपना अगला मुकाबला तीन से पांच फरवरी तक पुणे में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलेगा। अमृतराज को एसपी मिश्रा जबकि जीशान को नंदन बल की जगह नियुक्त किया गया था।
भारत के चार शीर्ष एकल खिलाडि़यों सोमदेव देववर्मन, युकी भांबरी, साकेत माइनेनी और रामकुमार रामनाथन ने एआईटीए से आग्रह किया है कि अमृतराज और जीशान दोनों को बरकरार रखा जाए क्योंकि टीम ने उनके मार्गदार्शन में अच्छे नतीजे दिए हैं।
खिलाडि़यों ने अक्तूबर में भेजे पत्र में कहा, हम भारतीय डेविस कप टीम के कप्तान के रूप में आनंद अमृतराज और कोच के रूप में जीशान अली के प्रति पूरी तरह से समर्थन जताने के लिए यह पत्र लिख रहे हैं। मीडिया के जरिये हमें पता चला है कि संभावित बदलाव की अटकलें हैं और हम सभी ऐसे किसी बदलाव का कड़ा विरोध करते हैं।
उन्होंने कहा, हम एआईटीए से आग्रह करते हैं कि निकट भविष्य में आनंद को भारतीय टीम का कप्तान और जीशान को कोच बरकरार रखा जाए। उन्होंने टीम में शांति और सौहार्द लाने का शानदार काम किया है विशेषकर मुश्किल विदेशी सरजमीं पर होने वाले मैचों में। खिलाडि़यों के जोर देने पर ही 2013 में तत्कालीन कप्तान एसपी मिश्रा और कोच नंदन बल को हटाया गया था और उनकी जगह अमृतराज और जीशान ने ली थी।
एआईटीए उपाध्यक्ष भरत ओझा ने हालांकि हाल में पुणे में कहा था कि इस मुद्दे पर फैसला करना एआईटीए का विशेषाधिकार है। पूर्व डेविस कप खिलाड़ी और कप्तान रमेश कृष्णन और नंदन बल के नाम अमृतराज के संभावित विकल्प के तौर पर सामने आ रहे हैं।
एआईटीए को यह बात भी पसंद नहीं आई थी कि अमृतराज ने स्पेन के खिलाफ डेविस कप मुकाबले को शाम में कराने की आलोचना की थी।
भाषा