ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप कि रजत पदक विजेता स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने चीनी कंपनी लि निंग के साथ 50 करोड़ रुपए की इक्विपमेंट और स्पॉन्सरशिप डील की है, डील चार साल के लिए है। ली निंग की भारतीय पार्टनर कंपनी सनलाइट स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारी महेंद्र कपूर का कहना है कि सिंधु के साथ यह डील भारतीय बैडमिंटन में सबसे बड़ी डील्स में से एक है। इससे पहले लि निंग ने भारत के पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत के साथ भी चार साल के लिए 35 करोड़ रुपए का करार किया था।
इससे पहले सबसे बडी डील थी विराट कोहली के नाम
यह एक ऐसा सौदा होगा जो कि सालाना स्पॉन्सरशिप के मामले में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली के साथ प्यूमा की डील के बहुत करीब है। सिंधु को प्रायोजन के रूप में 40 करोड़ रुपये मिलेंगे, जबकि बाकी उपकरण के लिए होंगे, इसलिए यह डील 50 करोड़ रुपये के करीब है। 2017 में, प्यूमा ने कोहली को आठ साल की अवधि के लिए 100 करोड़ रुपये के सौदे के लिए अनुबंधित किया था, जो प्रति वर्ष के हिसाब से 12.5 करोड होते है।
ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाडी
सिंधु, रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनने के बाद स्टारडम की ओर बढ़ीं, वह विश्व की नंबर एक खिलाड़ी और बैडमिंटन की दुनिया में नडाल गर्ल के नाम से मशहूर कैरोलिना मारिन से हार गईं थी। हालांकि, सिंधु ने जबर्दस्त खेल दिखाया और कैरोलिना को आसान जीत हासिल नहीं होने दी। दोनों के बीच मुकाबला तीन गेम्स तक चला था। इस हार के बावजूद सिंधु ने फाइनल में पहुंचकर रिकॉर्ड बना दिया था। पिछले साल फोर्ब्स की सूची में दुनिया की सातवीं सबसे ज्यादा कमाई करने वाली खिलाड़ी के रूप में सूचीबद्ध हुईं। सिंधु की गिनती दुनिया के टॉप बैडमिंटन खिलाड़ियों में होती है। लि निंग ने सिंधु के साथ इससे पहले 2014-15 में करार किया था। तब यह करार 1.25 करोड़ रुपए का ही था।
इन खिलाडीयों से भी हुआ करार
सिंधु के अलावा लि निंग ने मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी की मेन्स डबल्स जोड़ी से 4-4 करोड़ और कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीत चुके पारुपल्ली कश्यप से आठ करोड़ रुपये में दो साल का करार किया है। हालाकिं 2016 में, सिंधु तीन साल की अवधि के लिए प्रति वर्ष अनुबंध 3.5 करोड़ रुपये में योनेक्स के साथ वापस आ गई थी।
आईओए से भी हुई डील
चीनी स्पोर्ट्स ब्रांड ने पिछले साल भारतीय ओलंपिक संघ के साथ दो साल का करार किया था। सौदे के हिस्से के रूप में, यह भारतीय एथलीटों और अधिकारियों को वर्ष 2020 में होने वाले टोक्यो ओलंपिक के लिए प्रतियोगिता और प्रशिक्षण परिधान और जूते प्रदान करेगा।