गोल्ड कोस्ट में खेले जा रहे कॉमनवेल्थ गेम 2018 में भारत ने पदकों का खाता खोल लिया है। आज वेटलिफ्टिंग में जहां गुरुराजा ने भारत को पहला सिलवर मेडल दिलाया वहीं, अब महिला वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने देश को पहला गोल्ड मेडल दिलाया।
स्नैच राउंड में पहले चानू ने 80, फिर 84 और तीसरी बार में 86 किलो का भार उठाकर अपने लिए स्वर्ण पदक सुरक्षित किया। इसके साथ ही उन्होंने अपना खुद का ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
Saikhom Mirabai Chanu wins India's first gold at #CWG2018 in women's weightlifting 48 kg category. pic.twitter.com/edyFqc9jsO
— ANI (@ANI) April 5, 2018
चानू की इस उपलब्धि से भारतीय एथलीटों को काफी प्रेरणा मिलेगी- मल्लेश्वरी
चानू की इस उपलब्धि के बाद पूर्व भारतीय महिला वेटलिफ्टर कर्णम मल्लेश्वरी ने उनकी जमकर तारीफ की। सिडनी ओलंपिक (2000) में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली कर्णम मल्लेश्वरी ने कहा, 'कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए इससे अच्छी शुरुआत हो ही नहीं सकती। चानू की इस उपलब्धि से भारतीय एथलीटों को काफी प्रेरणा मिलेगी। महिला वेटलिफ्टिंग के पहले ही राउंड में चानू ने गोल्ड के संकेत दे दिए थे।'
आगे बोलते हुए मल्लेश्वरी ने कहा, 'चानू की इस स्वर्णिम सफलता के बाद न सिर्फ कॉमनवेल्थ बल्कि ओलंपिक में भी ज्यादा बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर सकते हैं।' बता दें कि कर्णम मल्लेश्वरी ने साल 2000 में हुए सिडनी ओलंपिक में वेटलिफ्टिंग की 69 किलोग्राम कैटेगरी में ब्रॉन्ज जीता था। वहीं मौजूदा कॉमनवेल्थ गेम्स में चानू से पहले गुरुराजा ने वेटलिफ्टिंग की 56 किलोग्राम मेंस कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता। इसके साथ ही भारत का कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक का खाता खुला।
औरों से 13 किलोग्राम की बढ़त हासिल की
क्लीन एंड जर्क राउंड में मीराबाई चानू ने पहली कोशिश की और 103 किलोग्राम उठाया। वहीं, दूसरी बार में उन्होंने अपने ही पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स के 103 के रिकॉर्ड को तोड़कर 107 किलोग्राम उठाया। तीसरी बार मीराबाई ने 110 किलो उठाकर औरों से 13 किलोग्राम की बढ़त हासिल कर ली। वहीं, इस मुकाबले में दूसरे स्थान पर रहीं मॉरीशस की मारिया हानिट्रा रोलिया, जिन्होंने कुल 170 किलोग्राम उठाया।
चानू ने कायम किया कॉमनवेल्थ गेम्स का रिकॉर्ड
स्नैच कैटेगरी में चानू पहले ही 8 किलो भार अधिक उठाने में आगे चल रही थीं। 86 किलो भार उठा कर उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स का रिकॉर्ड भी कायम किया है।
गुरुराजा ने भारत को दिलाया पहला मेडल
इससे पहले गुरुराजा ने कुल 249 किलोग्राम उठाकर सिल्वर मेडल जीत लिया और देश को पहला पदक दिलाया। गोल्ड मेडल मलेशिया के इजहार अहमद ने जीता। वहीं, श्रीलंका के चतुरंगा लकमल ने ब्रॉन्ज जीता।
मीराबाई चानू पर थी निगाहें
आज देश को पहला मेडल दिलाने वाले गुरुराजा के बाद देशभर की निगाहें महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू पर टिकी हुई थीं। उन्हें गोल्ड मेडल का प्रबल दावेदार माना जा रहा था और आखिरकार वह उस पर खरी भी उतरीं। गौरतलब है कि साल 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ खेलों में चानू ने 48 किलो वर्ग में देश के लिए रजत पदक जीता था।
चानू ने की मल्लेश्वरी की बराबरी
कर्णम मल्लेश्वरी के बाद चानू वर्ल्ड चैम्पियन बनने वाली दूसरी भारतीय वेटलिफ्टर हैं। उन्होंने यह एचीवमेंट नवंबर 2017 में हासिल किया था। तब उन्होंने 194 किग्रा (स्नैच में 85 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 109 किग्रा) वजन उठाया था।
पीएम मोदी ने भारतीय दल को शुभकामनाएं दीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों के लिये आज भारतीय दल को शुभकामना देते हुए कहा कि पूरा देश उनके साथ है।
मोदी ने ट्विटर पर लिखा,‘‘ गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल 2018 में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे खिलाड़ियों को शुभकामनाएं। हमारे खिलाड़ियों ने काफी मेहनत की है और ये खेल उनके लिये प्रतिभा दिखाने का अद्भुत मौका है। हर भारतीय हमारे दल की हौसला अफजाई कर रहा है।’’