सोमवार को उस समय सोशल मीडिया पर गहमा गहमी का माहौल बन गया जब पहलवान साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया के "आंदोलन" से पीछे हटने सहित कई खबरें सामने आईं। हालांकि, इसके फौरन बाद ही दोनों पहलवानों ने खबरों का खंडन किया। साक्षी मलिक ने इस बात की पुष्टि की है कि वह और बजरंग पूनिया गृह मंत्री अमित शाह से मिले थे मगर यह एक सामान्य मुलाकात थी।
एएनआई के हवाले से यह भी बताया गया है कि पहलवान साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया भारतीय रेलवे में ओएसडी (खेल) के पद पर फिर से अपना काम शुरू कर दिया है। भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल रेसलर साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट नौकरी पर लौट आए हैं। तीनों रेलवे में नौकरी करते हैं। रेलवे पब्लिक रिलेशन के डायरेक्टर जनरल योगेश बवेजा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि तीनों ने आज ड्यूटी जॉइन कर ली है। साक्षी और पूनिया ने ने आंदोलन से हटने की खबरों को गलत बताया है।
पहलवान साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया भारतीय रेलवे में OSD (खेल) के पद पर फिर से नियुक्त हुए।
(फाइल तस्वीरें) pic.twitter.com/pykzGHW24p
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 5, 2023
साक्षी मलिक ने कहा, ''ये खबर बिलकुल ग़लत है। इंसाफ़ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी ज़िम्मेदारी को साथ निभा रही हूं। इंसाफ़ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई ग़लत खबर ना चलाई जाए।''
साक्षी मलिक ने ट्वीट किया, "ये खबर बिलकुल ग़लत है। इंसाफ़ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी ज़िम्मेदारी को साथ निभा रही हूँ। इंसाफ़ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई ग़लत खबर ना चलाई जाए।"
#LISTEN "हम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले, यह एक सामान्य बातचीत थी, हमारी केवल एक ही मांग है और वह है उन्हें (बृजभूषण सिंह) गिरफ़्तार करना। मैं विरोध से पीछे नहीं हटी हूं, मैंने रेलवे में OSD के रूप में अपना काम फिर से शुरू कर दिया है। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि जब तक… pic.twitter.com/ZpMM5GnA3w
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 5, 2023
वहीं, बजरंग पूनिया ने ट्वीट कर कहा, "आंदोलन वापस लेने की खबरें कोरी अफ़वाह हैं। ये खबरें हमें नुक़सान पहुँचाने के लिए फैलाई जा रही हैं। हम न पीछे हटे हैं और न ही हमने आंदोलन वापस लिया है। महिला पहलवानों की एफ़आईआर उठाने की खबर भी झूठी है। इंसाफ़ मिलने तक लड़ाई जारी रहेगी।
साक्षी मलिक ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह से उनकी मुलाकात हुई थी। उन्होंने कहा, "हमने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की, यह एक सामान्य बातचीत थी, हमारी केवल एक ही मांग है और वह है उन्हें (बृजभूषण सिंह) गिरफ्तार करना। मैं विरोध से पीछे नहीं हटी हूं, रेलवे में ओएसडी के रूप में मैंने अपना काम फिर से शुरू कर दिया है।"
"हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि जब तक हमें न्याय नहीं मिलेगा तब तक हम धरना प्रदर्शन करते रहेंगे। हम पीछे नहीं हटेंगे। उसने (नाबालिग लड़की) कोई प्राथमिकी वापस नहीं ली है, यह सब फर्जी है।"
वहीं, साक्षी मलिक के पति और पहलवान सत्यव्रत कादियान ने आंदोलन से हटने की खबरों पर कहा कि हमारे निर्णय को प्रभावित करने के लिए इस तरह की चीजे चलाई जा रही हैं। हम विरोध से पीछे नहीं हटे हैं। उन्होंने कहा, हमारे निर्णय को प्रभावित करने के लिए इस तरह की चीजे चलाई जा रही हैं। हम विरोध से पीछे नहीं हटे हैं। हमारा विरोध जारी रहेगा। हमारे साथ जंतर-मंतर पर जो भी हुआ उसके बाद हम वापस आ गए। हम आंदोलन दोबारा शूरू करेंगे। दिल्ली पुलिस ने जो हमारे साथ किया है वे पूरे देश ने देखा है, सभी उसके खिलाफ हैं।
बता दें कि विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत तमाम पहलवान बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई को लेकर 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे। इससे पहले, जनवरी में उन्होंने धरना दिया था, लेकिन केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के आश्वासन के बाद धरना खत्म कर दिया था।
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 21 अप्रैल को सात महिला पहलवानों ने दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने 28 अप्रैल को बृजभूषण के खिलाफ दो मामले दर्ज किए। इनमें पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज मामला भी शामिल है, जिसे नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोप पर दर्ज किया गया। वहीं, दूसरा मामला अन्य पहलवानों द्वारा दर्ज आरोपों से संबंधित है।